देश की खबरें | तमिलनाडु : स्वतंत्रता सेनानी धीरन चिन्नामलई को उनकी जयंती पर दी गई श्रद्धांजलि

चेन्नई, 17 अप्रैल तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और अन्य नेताओं ने बृहस्पतिवार को स्वतंत्रता सेनानी धीरन चिन्नामलई को उनकी 269वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

रवि ने कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र धीरन चिन्नामलई को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

स्टालिन और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने यहां गिंदी में चिन्नामलई के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। गिंदी में स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा भी स्थापित है।

तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थगई सहित अन्य लोग भी इस मौके पर यहां मौजूद थे।

अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) महासचिव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एडप्पाडी के. पलानीस्वामी और पार्टी नेताओं ने भी बाद में कार्यक्रम स्थल पर चिन्नामलई को पुष्पांजलि अर्पित की।

राज्यपाल रवि ने चिन्नामलई को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें ‘एक महान स्वतंत्रता सेनानी और मां भारती का वीर सपूत’ बताया।

राजभवन के सोशल मीडिया पोस्ट में उनके हवाले से कहा गया, “चिन्नामलई ब्रिटिश औपनिवेशिक अत्याचार के खिलाफ प्रतिरोध की एक बड़ी ताकत थे। अटूट साहस, रणनीतिक दूरदर्शिता और अडिग संकल्प के साथ उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की मजबूत नींव रखी।”

रवि ने कहा, “हमारे इतिहास के एक निर्णायक क्षण में, उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने विद्रोह की भावना को जगाया, जिसने उनके समकालीनों को प्रेरित किया और पीढ़ियों को प्रेरित करना जारी रखा।”

उन्होंने कहा कि चिन्नामलई की विरासत जीवित है और राष्ट्र को आत्मनिर्भर व समृद्ध विकसित भारत की ओर ले जाती है, जो उन्हीं आदर्शों पर आधारित है जिन्हें स्वतंत्रता सेनानी ने वीरता से कायम रखा।

स्टालिन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि तमिलनाडु में आज भी उपनिवेशवाद रोधी मानसिकता का एक कारण चिन्नामलई द्वारा अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई के बाद बोए गए बीज हैं।

पलानीस्वामी ने भी चिन्नामलई के बहादुरी भरे प्रयासों की सराहना की।

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