कोच्चि, 21 जुलाई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को कहा कि स्वप्ना सुरेश, संदीप नायर और अन्य ने विदेशों से बड़ी मात्रा में सोने की तस्करी करके अर्थव्यवस्था को अस्थिर कर देश की मौद्रिक स्थिरता को नुकसान पहुंचाने के लिए राज्य के विभिन्न स्थानों पर एक साथ और अलग-अलग साजिश रची थी।
केरल सोना तस्करी मामले की जांच कर रही जांच एजेंसी ने यहां विशेष एनआईए अदालत में सौंपी एक रिपोर्ट में कहा कि ऐसे संदेह है कि आरोपी ने विभिन्न तरीकों से आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए तस्करी की आय का इस्तेमाल किया था।
यह भी पढ़े | बिहार, असम, समेत देश के अन्य राज्यों में बाढ़ और बारिश से बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ ने 122 टीमें तैनात कीं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपियों ने जानबूझकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राजनयिक सामान का इस्तेमाल अवैध कारोबार को करने के लिए किया था और इसके यूएई सरकार के साथ भारत के राजनयिक संबंधों में गंभीर परिणाम हो सकते थे।
इस बीच विशेष अदालत ने केरल के सोना तस्करी मामले में दो मुख्य आरोपियों की एनआईए हिरासत की अवधि मंगलवार को 24 जुलाई तक बढ़ा दी।
आरोपी स्वप्ना सुरेश ने अपने निर्दोष होने का दावा करते हुए एक जमानत याचिका दायर की है।
सुरेश और एक अन्य आरोपी संदीप नायर की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को दी गई आठ दिन की हिरासत अवधि आज समाप्त होने के बाद उन्हें यहां विशेष एनआईए अदालत में लाया गया।
आरोपियों की हिरासत अवधि बढ़ाये जाने के अनुरोध संबंधी एजेंसी की याचिका पर विचार करते हुए अदालत ने उनकी हिरासत शुक्रवार तक बढ़ा दी।
अदालत के 24 जुलाई को स्वप्ना सुरेश की जमानत याचिका पर विचार करने की संभावना है।
स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को एनआईए ने गत 11 जुलाई को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था।
केन्द्रीय एजेंसियों ने गत पांच जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘‘राजनयिक सामान’’ से लगभग 15 करोड़ रुपये का सोना जब्त होने के सिलसिले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)