मुंबई, 14 अगस्त राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने बुधवार को आरोप लगाया कि पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष एवं सांसद सुप्रिया सुले पर सरकारी एजेंसियों की निगरानी हो सकती है और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उनकी आवाजाही का पता लगाने के लिए पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल किए जाने की आशंका है।
इससे तीन दिन पहले पुणे जिले की बारामती सीट से लोकसभा सांसद सुले ने कहा था कि उनका फोन एवं व्हाट्सऐप हैक हो गया है। पुणे पुलिस ने इस संबंध में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
राकांपा (एसपी) के प्रवक्ता महेश तापसे ने आरोप लगाया कि सुले के खिलाफ सरकारी एजेंसियों की निगरानी हो सकती है।
सुले ने हाल में दावा किया था कि उनके पति को आयकर विभाग की ओर से नोटिस मिला था। उन्होंने इस नोटिस को हाल में संपन्न हुए बजट सत्र के दौरान संसद में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ दिए गए बयानों से जोड़ा।
तापसे ने भाजपा पर राकंपा (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार की बेटी सुले को चुनाव में हराने में विफल रहने के बाद इन तरीकों से परेशान करने का आरोप लगाया।
राकांपा नेता सुले को हाल में हुए लोकसभा चुनाव में लगातार चौथी बार बारामती सीट से जीत मिली है।
तापसे ने कहा, "सुप्रिया सुले को परेशान करने के लिए दृढ़ संकल्पित भाजपा उनकी चुनावी जीत के बाद खुद को असहज स्थिति में पा रही है। हमारी पार्टी को कमजोर करने के प्रयास में, उन्होंने अजित पवार (अब उपमुख्यमंत्री) को अपने पाले में करके राकांपा में विभाजन की साजिश रची।"
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