जींद, 13 दिसंबर पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर शुक्रवार को किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे और आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। टिकैत ने डल्लेवाल का हाल-चाल जाना और किसानों के आंदोलन को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिए।
टिकैत ने संवाददाताओं से कहा कि अगर किसानों की मांगें पूरी नहीं हुई तो दिल्ली को केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेसवे से घेरने की रणनीति अपनानी होगी।
टिकैत ने कहा कि इसके लिए चार लाख से अधिक ट्रैक्टरों की आवश्यकता होगी। उन्होंने सभी किसान संगठनों से संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल होकर आंदोलन की नयी रणनीति तैयार करने का आह्वान किया।
टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार कलयुग की 'प्रोफेशनल' सरकार है और देश में एक बार फिर बड़ा संघर्ष होगा। पंजाब के खनौरी और शंभू बार्डर पर चल रहा आंदोलन दिल्ली आंदोलन से बड़ा होगा। लेकिन यह तब होगा जब सभी संगठन एकजुट होंगे।
उन्होंने कहा कि यह पूंजीवादियों की सरकार है, जो सरकार कत्लेआम पर बनी हो, उसे कोई दर्द नहीं होता। दर्द उसे होता है, जिसमें कोई रहम हो।
किसान नेता ने कहा कि एसकेएम व अन्य संगठनों को बैठकर इस किसान आंदोलन पर चर्चा करनी चाहिए। देश की नजरें यहां बनी हुई है। बातचीत करें कि मोर्चे की लड़ाई कैसे लड़ी जाएगी।
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