देश की खबरें | प्रश्नपत्र लीक मामले में ​आरोपियों की जमानत के खिलाफ एसटीएफ उच्च न्यायालय जाएगा

देहरादून, 30 अक्टूबर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफतार आरोपियों को ​निचली अदालत से जमानत मिलने के आदेश को इसकी जांच कर रहा विशेष कार्यबल (एसटीएफ) जल्द उत्तराखंड उच्च न्यायालय में चुनौती देगा।

एसटीएफ उत्तराखंड ने भर्ती परीक्षाओं में कथित घोटाला करने के लिए संगठित गिरोह चलाने वाले ऐसे माफिया के खिलाफ उच्च न्यायलय में अपील करने की तैयारी कर ली है, जिन्हें जमानत मिल गयी है।

मामले की जांच पर नजदीक से निगाह रख रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एसटीएफ को भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक प्रकरण में संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए उच्च न्यायालय जाने के निर्देश दिए थे।

इस मामले में एसटीएफ द्वारा 42 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शनिवार को गिरफ्तार आखिरी आरोपी उत्तर प्रदेश के धामपुर में केएम माध्यमिक कॉलेज का शिक्षक योगेंद्र सिंह उर्फ बंटी है।

इन गिरफ्तार आरोपियों में से 19 को निचली अदालत से जमानत मिल गयी है। पिछले साल चार और पांच दिसंबर को आयोग द्वारा तीन पालियों में स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गयी थी जिसमें करीब 1,60,000 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था और इसमें 916 अभ्यर्थी चयनित हुये थे।

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब उत्तराखंड बेरोजगार संघ की मांग पर मुख्यमंत्री ने 22 जुलाई को पुलिस महानिदेशक को भर्ती परीक्षा की जांच के आदेश दिए।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए पुलिस महानिदेशक ने उसी दिन जांच एसटीएफ को सौंप दी थी। एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ कि प्रश्नपत्र छापने वाली कंपनी के सहयोग से आरोपियों ने प्रश्नपत्र हासिल किया और संगठित तरीके से हल प्रश्नपत्र को मोटे दाम पर अ​भ्यर्थियों को बेचा जिसके कारण वे परीक्षा में सफल रहे।

दीप्ति

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