कोलंबो, 23 जनवरी: श्रीलंका ने शनिवार को चार मछुआरों के शव भारतीय तटरक्षक बल को सौंपे. ये मछुआरे मछली पकड़ने वाली उस भारतीय नौका पर सवार थे जो सोमवार को श्रीलंकाई नौसेना के एक पोत से टकरा कर डूब गई थी. श्रीलंका नौसेना (एसएलएन) ने एक बयान में कहा कि शवों को अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पर भारतीय तटरक्षक बल को सुबह लगभग 10.00 बजे (स्थानीय समयानुसार) सौंपा गया.
भारत ने बृहस्पतिवार को भारतीय मछुआरों की नौका और श्रीलंका के नौसैनिक पोत के बीच टक्कर में भारतीय मछुआरों की मौत पर श्रीलंका के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया था और कहा था कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
मछली पकड़ने वाला भारतीय ट्रॉलर डेल्फ़्ट द्वीप से उत्तर पश्चिम में श्रीलंकाई जलक्षेत्र में डूब गया था.
बयान में कहा गया है, ‘‘एसएलएन ने समुद्र के बीच में टक्कर होने के बाद श्रीलंकाई जलक्षेत्र में डूबे मछली पकड़े वाली नौका के लापता मछुआरों की तलाश के लिए खोज और बचाव (एसएआर) अभियान शुरू किया था.’’
बयान में कहा गया है, ‘‘एसएआर अभियान में अंततः मछुआरों के चार शव मिले. पोस्टमार्टम में यह पता चला कि तीन शव भारतीय नागरिकों के और एक शव श्रीलंकाई मूल के व्यक्ति का था, जो भारत में रहता था.’’
मल्लकामम अदालत द्वारा शुरू की गई कानूनी कार्यवाही के बाद, चारों शवों को औपचारिक रूप से जाफना में भारत के महावाणिज्य दूतावास को सौंप दिया गया तथा महावाणिज्य दूतावास के अनुरोध पर एसएलएन ने शवों को भारत को सौंपने में सहायता प्रदान की.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि नयी दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया गया तथा कोलंबो में भारतीय राजदूत ने भी श्रीलंका के विदेश मंत्रालय के सामने विरोध दर्ज कराया.मछुआरे तमिलनाडु के रहने वाले थे और 18 जनवरी को मछली पकड़ने के लिए निकले थे.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)