नयी दिल्ली/पटना, 20 जून सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के खिलाफ आहूत ‘भारत बंद’ के दौरान सोमवार को कुछ क्षेत्रों में सड़क और रेल यातायात आंशिक रूप से प्रभावित रहा, जबकि सुरक्षा में बढ़ोतरी और पाबंदियां लगाने के मद्देनजर कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन कम होता नजर आया।
सेना ने जुलाई से अग्निपथ योजना के तहत नौकरी के आकांक्षी युवाओं के लिए अनिवार्य ऑनलाइन पंजीकरण को लेकर एक अधिसूचना जारी की। केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के मोर्चा खोलने के बावजूद सरकार इस योजना को लागू करने के प्रति दृढ़ दिख रही है।
रेलवे ने एक बयान में कहा कि विरोध प्रदर्शन के कारण परिचालन बाधित रहने से 529 ट्रेन को रद्द कर दिया गया। इनमें 181 मेल/एक्सप्रेस ट्रेन और 348 यात्री ट्रेन शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि बंद का आह्वान सोशल मीडिया पर किया गया था। हालांकि, उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार संगठनों का नाम नहीं लिया।
सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना और राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस के प्रदर्शन के कारण दिल्ली में कई जगहों पर लंबा जाम लग गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी, वरिष्ठ नेता सचिन पायलट, सलमान खुर्शीद, मल्लिकार्जुन खड़गे और के सी वेणुगोपाल ने जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
कांग्रेस की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में कनॉट प्लेस के निकट शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन को रोक दिया। पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने पटरी को खाली कराया और करीब आधे घंटे बाद ट्रेन की आवाजाही फिर से शुरू हुई।
नोएडा और गुरुग्राम के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि वे शहर में वाहन चलाते समय सड़क जाम की समस्या से जूझ रहे थे, जबकि राजधानी के अंदर विरोध का केंद्र बने ‘लुटियंस दिल्ली’ में जाम से आवाजाही पूरी तरह बाधित थी। कुछ संगठनों द्वारा भारत बंद के आह्वान से मुख्य सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हो गया, लेकिन शहर के बाजारों पर इसका प्रभाव नहीं दिखा और वहां सामान्य दिनों की तरह कारोबार जारी था।
विरोध प्रदर्शन और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सीमा चौकियों पर वाहनों की जांच तेज कर दी थी। इससे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी हुई।
बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, केरल, असम और राजस्थान जैसे राज्यों ने भी सुरक्षा बढ़ा दी थी और बंद के दौरान संभावित प्रदर्शन और हिंसा को रोकने के लिए कुछ जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी थी।
हरियाणा के अंबाला, रेवाड़ी और सोनीपत तथा पंजाब के लुधियाना, जालंधर और अमृतसर सहित रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। हरियाणा, पंजाब और जम्मू के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन की सूचना मिली है।
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि अग्निपथ योजना के विरोध में ‘भारत बंद’ के आह्वान संबंधी मैसेज वायरल हुए थे, जिसकी किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली थी। उन्होंने कहा कि इन संदेशों के मद्देनजर पुलिस सुबह से ही कानून-व्यवस्था कायम करने के लिए सक्रिय थी। उन्होंने कहा कि कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
बंद के आह्वान के मद्देनजर झारखंड में 5000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया और राज्य भर में स्कूल बंद रहे। झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और महानिरीक्षक (संचालन) अमोल वी होमकर ने पीटीआई- को बताया कि राज्य में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
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