दक्षिण अफ्रीका के सामने 148 रन का लक्ष्य था लेकिन मैच के चौथे दिन एक समय उसकी टीम आठ विकेट पर 99 रन के स्कोर पर हार के कगार पर खड़ी थी। रबाडा (नाबाद 31) और यानसन (नाबाद 16) ने यहीं से जिम्मेदारी संभाली और अपनी टीम का स्कोर आठ विकेट पर 150 रन पर पहुंचाकर उसे अप्रत्याशित जीत दिलाई।
यानसन ने अब्बास पर चौका लगाकर दक्षिण अफ्रीका को लक्ष्य तक पहुंचाया। अब्बास ने 54 रन देकर छह विकेट लिए लेकिन तीन साल से भी अधिक समय के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले इस तेज गेंदबाज का यह प्रयास आखिर में नाकाफी साबित हुआ।
रबाडा ने अपने बल्लेबाजी कौशल का शानदार नमूना पेश किया तथा 26 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके लगाए। उनकी इस पारी से पाकिस्तान का दक्षिण अफ्रीका की धरती पर 18 साल में पहली जीत दर्ज करने का सपना चकनाचूर हो गया।
दक्षिण अफ्रीका ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के वर्तमान चक्र की शुरुआत न्यूजीलैंड के हाथों हार से की थी लेकिन इसके बाद उसने भारत के खिलाफ श्रृंखला 1–1 से बराबर की और फिर वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और श्रीलंका को हराकर तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया।
भारत, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका अन्य टीमें हैं जो अगले साल लॉर्ड्स में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की दौड़ में बनी हुई हैं।
दक्षिण अफ्रीका ने सुबह अपनी दूसरी पारी तीन विकेट पर 27 रन से आगे बढ़ाई। तब वह लक्ष्य से 121 रन दूर था। कप्तान टेम्बा बावुमा (40) और एडेन मार्क्रम (37) के प्रयासों से एक समय उसका स्कोर चार विकेट पर 96 रन था लेकिन इसके बाद उसने तीन रन के अंदर चार विकेट गंवा दिए।
अब्बास ने इस दौरान छह गेंद के अंदर तीन विकेट लिए लेकिन रबाडा और यानसन के इरादे कुछ और थे। इन दोनों ने अब्बास और अन्य पाकिस्तानी गेंदबाजों का डटकर सामना करके उनके प्रयासों पर पानी फेर दिया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)