पटना, 15 अक्तूबर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष पर ‘प्रचार’ पाने के लिये लगातार उनके खिलाफ ‘‘कुछ न कुछ बोलते रहने’’ का आरोप लगाया और दावा किया कि ऐसे लोगों को बिहार के विकास के कार्यो की समझ और अनुभव नहीं है ।
उन्होंने जमुई के चकाई, लखीसरास के सूर्यगढ़ा, शेखपुरा के बरबीघा में शुक्रवार जनसभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही ।
यह भी पढ़े | Rape in Banda: यूपी के बांदा में 10 साल की बच्ची के साथ 22 साल के दरिंदे ने किया रेप, आरोपी गिरफ्तार.
नीतीश कुमार ने किसी का नाम लिये बिना कहा, ‘‘ काम में ही हमारा विश्वास है । लेकिन कुछ लोगों को इसकी कोई समझ नहीं है और कुछ भी अनुभव नहीं है। ऐसे लोग अपने प्रचार के लिए मेरे बारे में कुछ भी बोलते रहते हैं । ‘‘
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर उनको ऐसा बोलने से प्रचार मिलता है तो करें । मेरा काम तो सेवा करने है और सेवा ही मेरा धर्म है। मौका मिलेगा तो और काम करेंगे । ’’
गौरतलब है कि नीतीश कुमार का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राजद नेता तेजस्वी यादव सहित विपक्ष के कुछ नेता शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं । एक दिन पहले ही तेजस्वी ने नीतीश कुमार को नालंदा से चुनाव में उतरने की चुनौती दी थी । तेजस्वी का पूछा था कि जब वह उप मुख्यमंत्री बने थे तो किसकी सरकर में बने थे? तेजस्वी ने कहा कि ये सवाल तब क्यों नहीं उठाया गया था कि वह अनुभवहीन हैं?
बहरहाल, नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ बिहार के विकास को जनता ने देखा है और जानती है कि पति-पत्नी (पूर्व मुख्यमंत्री लालू एवं राबड़ी देवी) के 15 साल (के शासनकाल) में कितना विकास हुआ? ’’
लालू प्रसाद पर प्रहार जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि 15 साल पति-पत्नी ने राज किया, ‘‘पति जेल गए तो पत्नी आ गईं, लेकिन क्या विकास किया?’’
उन्होंने पूछा कि क्या महिलाओं के लिए कुछ किया? शिक्षा में कुछ किया? स्वास्थ्य में कुछ किया?
कुमार ने कहा, ‘‘जब हमें मौका मिला तो हमने हर क्षेत्र व हर वर्ग के लिए काम किया। ’’
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार शुरूआत से ही अपराध, भ्रष्टाचार, साम्प्रदायिकता को बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर चली। उन्होंने कहा कि बिहार इतनी बड़ी आबादी वाला राज्य देश में अब अपराध के मामले में 23वें नंबर पर पहुंच गया है।
अपनी सरकार के कार्यो का उल्लेख करते हुए कुमार ने कहा, ‘‘ समाज में जो भी हाशिए पर थे उन सभी के कल्याण के लिए काम किया। पहले कोई शाम होने के बाद घर से नहीं निकल पाता था डर से। कितने नरसंहार होते थे। हमें मौका मिला तो हमने कानून का राज स्थापित किया। ’’
बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ हमारे बिहार के बच्चों को पढ़ने के लिए बाहर जाना पड़ता था। हमने बिहार में ही इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेज के लिए संस्थान बनवाए। हमने युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाई ।’’
उन्होंने दावा कि उनकी सरकार जो काम किया है, उसको ऐसे ही नहीं छोड़ेंगे, उन सभी का ‘‘रखरखाव’’ किया जाएगा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)