पैगंबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन (Photo Credits: Twitter)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा (Violence) के सिलसिले में अब तक कुल 13 प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस (Police) ने 237 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने यहां बयान जारी कर बताया, "इस संबंध में राज्य में 237 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें प्रयागराज (Prayagraj) में 68, हाथरस (Hathras) में 50, सहारनपुर (Saharanpur) में 55, अंबेडकरनगर (Ambedkar Nagar) में 28, मुरादाबाद (Moradabad) में 25, अलीगढ़ (Aligarh) में तीन और फिरोजाबाद (Firozabad) में आठ लोग शामिल हैं." UP: शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 227 लोग गिरफ्तार
कुमार ने शाम पांच बजे तक की कार्रवाई का ब्यौरा देते हुए बताया कि प्रयागराज और सहारनपुर में तीन—तीन प्राथमिकी दर्ज करने के अलावा फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, मुरादाबाद, अंबेडकरनगर, खीरी और जालौन में एक—एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस ने बताया कि सहारनपुर और प्रयागराज में कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इस बीच, हिंसा करने वालों को परोक्ष चेतावनी देते हुए, उप्र के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, "उपद्रवी याद रखें, हर शुक्रवार के बाद एक शनिवार ज़रूर आता है…."
कुमार ने अपने ट्वीट के साथ एक इमारत को ध्वस्त करते हुए एक बुलडोजर की तस्वीर भी ट्वीट की.
शनिवार को सहारनपुर में शुक्रवार को हुई हिंसा के दो आरोपियों के मकानों को पुलिस ने बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया है. सहारनपुर से मिली खबर के अनुसार पुलिस प्रशासन ने हंगामा करने वाले दो अभियुक्तों को चिन्हित कर उनकी अवैध सम्पतियों पर बुलडोजर चला दिया.
सहारनपुर के पुलिस अधीक्षक (नगर) राजेश कुमार ने 'पीटीआई—' को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में उपद्रव मचाने वाले दो मुख्य अभियुक्तों मुजम्मिल निवासी राहत कॉलोनी 62 फुटा रोड और अब्दुल वाकिर निवासी खता खेड़ी के मकानों पर नगर निगम की टीम के साथ मिलकर बुलडोजर चलाकर उनके अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा (Violence) के सिलसिले में अब तक कुल 13 प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस (Police) ने 237 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने यहां बयान जारी कर बताया, "इस संबंध में राज्य में 237 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें प्रयागराज (Prayagraj) में 68, हाथरस (Hathras) में 50, सहारनपुर (Saharanpur) में 55, अंबेडकरनगर (Ambedkar Nagar) में 28, मुरादाबाद (Moradabad) में 25, अलीगढ़ (Aligarh) में तीन और फिरोजाबाद (Firozabad) में आठ लोग शामिल हैं." UP: शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 227 लोग गिरफ्तार
कुमार ने शाम पांच बजे तक की कार्रवाई का ब्यौरा देते हुए बताया कि प्रयागराज और सहारनपुर में तीन—तीन प्राथमिकी दर्ज करने के अलावा फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, मुरादाबाद, अंबेडकरनगर, खीरी और जालौन में एक—एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस ने बताया कि सहारनपुर और प्रयागराज में कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इस बीच, हिंसा करने वालों को परोक्ष चेतावनी देते हुए, उप्र के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, "उपद्रवी याद रखें, हर शुक्रवार के बाद एक शनिवार ज़रूर आता है…."
कुमार ने अपने ट्वीट के साथ एक इमारत को ध्वस्त करते हुए एक बुलडोजर की तस्वीर भी ट्वीट की.
शनिवार को सहारनपुर में शुक्रवार को हुई हिंसा के दो आरोपियों के मकानों को पुलिस ने बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया है. सहारनपुर से मिली खबर के अनुसार पुलिस प्रशासन ने हंगामा करने वाले दो अभियुक्तों को चिन्हित कर उनकी अवैध सम्पतियों पर बुलडोजर चला दिया.
सहारनपुर के पुलिस अधीक्षक (नगर) राजेश कुमार ने 'पीटीआई—' को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में उपद्रव मचाने वाले दो मुख्य अभियुक्तों मुजम्मिल निवासी राहत कॉलोनी 62 फुटा रोड और अब्दुल वाकिर निवासी खता खेड़ी के मकानों पर नगर निगम की टीम के साथ मिलकर बुलडोजर चलाकर उनके अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)