नयी दिल्ली, सात मई सरकार ने बुधवार तक रबी मौसम के मौजूदा विपणन सत्र में किसानों से 216 लाख टन गेहूं की खरीद की है। इस विपणन सत्र के दौरान 400 लाख टन गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का लक्ष्य तय किया गया है जिसमें आधे से अधिक लक्ष्य को हासिल किया जा चुका है। सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई है।
खाद्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘देश भर में लॉकडाऊन की वजह से तमाम बाधाओं के बावजूद चालू रबी सत्र के दौरान गेहूं और चावल (दूसरी फसल) खरीद में गति आई है।’’
इसमें कहा गया है कि 400 लाख टन गेहूं खरीदने के लक्ष्य के मुकाबले, केंद्रीय पूल (बफर स्टॉक) के लिए छह मई तक गेहूं की खरीद 216 लाख टन तक पहुंच गई है।
पंजाब अभी तक 104.28 लाख टन की खरीद के साथ सबसे आगे है जिसके बाद हरियाणा में 50.56 लाख टन और म.प्र. में 48.64 लाख टन की खरीद हुई है।
इसी प्रकार, सरकारी एजेंसियों द्वारा धान खरीद का काम भी सुचारू रूप से चल रहा है जिसकी अब तक 44.9 लाख टन की खरीद हो चुकी है।
बेमौसम बारिश के कारण उत्पादक राज्यों में गेहूं का कुछ स्टॉक खराब भी हुआ। लेकिन केंद्र ने पहले ही खरीद शर्तो में ढील दे दी है, जिससे खरीद प्रक्रिया में काफी मदद मिलेगी और किसानों को संकट से निजात मिली है।
धान की सबसे अधिक खरीद तेलंगाना में हुई है। लगभग 45 लाख टन की कुल धान खरीद में से, अकेले तेलंगाना का योगदान 30 लाख टन का है। इसके बाद आंध्र प्रदेश में लगभग 10 लाख टन धान की खरीद हुई है।
उधर, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के तहत राज्य सरकारों द्वारा खाद्यान्न का उठाव 70 लाख टन के स्तर को पार कर गया है, जो कि तीन महीनों के लिए कुल आवंटन का लगभग 58 प्रतिशत है।
इस योजना के तहत, देश भर में लगभग 80 करोड़ लाभार्थियों को प्रति माह 5 किलोग्राम खाद्यान्न और एक किलो दाल मुफ्त में वितरित की जा रही है। पीएमजीकेवाई योजना के तहत तीन महीने तक मुफ्त अनाज की आपूर्ति की जाएगी।
राजेश
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