नयी दिल्ली, 28 मार्च कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी पर महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें अपने विभाग का 10 साल का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखना चाहिए।
पार्टी की महिला इकाई की अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा कि कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पिछले दिनों ईरानी से कई सवाल किए थे लेकिन केंद्रीय मंत्री ने इनका विस्तृत जवाब नहीं दिया।
अलका ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें उम्मीद थी कि देश की महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी एक प्रेस वार्ता करके अपने विभाग का रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगी। स्मृति ईरानी इससे बचती रहीं, लेकिन अब हमने उनकी जवाबदेही तय करने की ठानी है।’’
उनका कहना था, ‘‘उम्मीद की जा रही है कि वह प्रेस वार्ता करें, न कि जवाब ट्विटर पर दें। उनका ये रवैया वैसा ही रहा, जैसा कोरोना के लॉकडाउन में दिखा था। जब देश में बच्चे, महिलाएं सड़कों पर थे तो स्मृति ईरानी अंताक्षरी खेल रही थीं।’’
अलका ने रमेश द्वारा पूछे गए सवालों को दोहराया। उन्होंने सवाल किया, ‘‘ क्या देश में महिलाओं, बच्चों के प्रति अपराध में बढ़ोतरी हुई है? आखिर बृजभूषण सिंह पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? मणिपुर की आदिवासी बेटियों के साथ सामूहिक बलात्कार हुए छह माह बीत गए, कौन सी त्वरित अदालत में मामला चलाकर आरोपियों को सजा दी गई? हरियाणा में मंत्री संदीप सिंह यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप और प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी मंत्री पद पर बने रहे हैं या नहीं?’’
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने यह भी पूछा, ‘‘बिलकिस बानो के गुनाहगारों को भाजपा सरकार ने रिहा किया, उनका सम्मान किया गया, आप क्यों खामोश रहीं? बीएचयू की छात्रा से सामूहिक बलात्कार के मामले में भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी शामिल हैं, आखिर उस बेटी को न्याय कब मिलेगा? शाहनवाज हुसैन पर बलात्कार का मामला दर्ज हुआ, क्या स्मृति ईरानी ने अपनी चुप्पी तोड़ी?’’
उन्होंने कहा, ‘‘ देश की राजधानी दिल्ली में मात्र चार साल की बच्ची से बलात्कार हुआ है। क्या स्मृति ईरानी जी, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष, महिला मोर्चा की अध्यक्ष उस पीड़ित परिवार से मिलने गईं? ’’
अलका ने कहा, ‘‘स्मृति ईरानी जी, हम आपको चुनौती देते हैं- आप उन आंगनवाड़ीकर्मियों का डेटा देश के सामने रखिए, जिन्हें आपने कोविड बीमा कवर दिया था। क्योंकि आपने कहा है कि हमने कोविड के दौरान जिन आंगनवाड़ी वर्कर्स की मौत हुई, उन्हें 50 लाख का बीमा कवर दिया।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की तरफ से संसद में जवाब दिया गया था कि उन आंगनवाड़ी कर्मियों की मौत का आंकड़ा नहीं है, जिनकी मौत कोविड के दौरान हुई थी। इस मामले में भी भ्रष्टाचार की बू आती है।’’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि स्मृति ईरानी जी ने महिलाओं के बीच बेरोजगारी और आय में कमी के मुद्दे पर भी चुप्पी साध ली है।
अलका ने कहा, ‘‘देश में बेरोजगारी के आंकड़ों ने मोदी सरकार के 10 साल के अन्याय को बेनकाब कर दिया है। शहरी क्षेत्रों में महिला बेरोजगारी दर में 21.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 50 प्रतिशत युवा महिलाएं शिक्षण-प्रशिक्षण के बावजूद बेरोजगार हैं।’’
उनका कहना था, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि स्मृति ईरानी ‘टि्वटर-ट्विटर न खेलकर’ संवाददाता सम्मेलन करके अपने विभाग का 10 साल का रिपोर्ट कार्ड देश के सामने रखेंगी।’’
हक
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)