देश की खबरें | सिंधू, श्रीकांत की नजरें इंडिया ओपन में खिताब पर

नयी दिल्ली, 10 जनवरी भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और किदांबी श्रीकांत पिछले सत्र की लय को जारी रखते हुए नए साल में इंडिया ओपन का खिताब जीतकर अपने अभियान की विजयी शुरुआत करना चाहेंगे।

कोविड-19 महामारी के कारण दो बार रद्द होने के बाद टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है।

इस चार लाख डॉलर सुपर 500 टूर्नामेंट में काफी रैंकिंग अंक दांव पर लगे होंगे लेकिन इसका आयोजन देश में कोविड की तीसरी लहर की आशंका के बीच हो रहा है। नए ओमीक्रोन प्रारूप के कारण देश के संक्रमण के मामलों में तेजी से हजाफा हुआ है।

शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी बी साई प्रणीत और युगल खिलाड़ी ध्रुव रावत टूर्नामेंट के लिए रवाना होने से पहले कोविड परीक्षण में पॉजिटिव पाए जाने के कारण टूर्नामेंट से हट गए हैं। कुछ और भारतीय खिलाड़ियों को पहली बार में पॉजिटिव आने के बाद अपने आरटी-पीसीआर परीक्षण की रिपोर्ट का इंतजार है और दोबारा पॉजिटिव नतीजा आने पर उन्हें भी बाहर होना पड़ सकता है।

आज मैनेजर की बैठक के बाद ही टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को लेकर तस्वीर साफ होगी।

कोविड के जोखिम के बावजूद भारत और विदेश के कई शीर्ष खिलाड़ी टूर्नामेंट के लिए राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचे हैं।

सिंधू और श्रीकांत के अलावा नए विश्व चैंपियन लोह कीन यु, तीन बार की चैंपियन मोहम्मद अहसन और हेंद्रा सेतियावान की इंडोनेशिया की पुरुष युगल जोड़ी, मलेशिया के शीर्ष खिलाड़ी ओंग यु सिन और तियो ई यी यहां इंदिरा गांधी स्टेडियम में दर्शकों की गैरमौजूदगी में होने वाले टूर्नामेंट में चुनौती पेश करेंगे।

देश के इस शीर्ष बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों में सभी की नजरें दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू और विश्व चैंपियनशिप के रजत और कांस्य पदक विजेता क्रमश: श्रीकांत और लक्ष्य सेन पर टिकी होंगी।

सिंधू ने पिछले सत्र में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और कांस्य पदक के रूप में अपना दूसरा ओलंपिक पदक जीता। उन्होंने विश्व टूर फाइनल में रजत पदक के स्विस ओपन के फाइनल और कुछ टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन खिताब नहीं जीत सकीं।

पांच साल पहले यहां 2017 में खिताब के हैदराबाद की सिंधू एक बार फिर इंडिया ओपन का खिताब अपने नाम करना चाहेंगी। सिंधू अपने अभियान की शुरुआत हमवतन श्री कृष्णा प्रिया कुदारावल्ली के खिलाफ करेंगी जबकि अंतिम आठ में उनका सामना रूस की पांचवीं वरीय येवगेनिया कोसेत्सकाया से हो सकता है।

महिला एकल में दो बार की चैंपियन साइना नेहवाल, थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरुंगफान और सिंगापुर की जिया मिन यिओ जैसी शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा ले रही हैं।

लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और चौथी वरीय साइना पिछले कुछ समय में चोटों से परेशान रही हैं। उन्हें क्वार्टर फाइनल में सातवीं वरीय अमेरिका की आइरिस वैंग जबकि सेमीफाइनल में दूसरी वरीय ओंगबामरुंगफान से भिड़ना पड़ सकता है।

पुरुष एकल में श्रीकांत अपने अभियान की शुरुआत हमवतन सिरिल वर्मा के खिलाफ करेंगे और सेमीफाइनल में उनकी भिड़ंत सिंगापुर के लोह कीन यु से हो सकती है जिन्होंने विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में उन्हें हराया था।

फॉर्म में चल रहे लक्ष्य पहले दौर में मिस्र के अधाम एल्गामल से भिड़ेंगे और क्वार्टर फाइनल में उनका सामना हमवतन और विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाले एसएस प्रणय से हो सकता है।

कोविड के असर से जूझने के बाद वापसी कर रहे प्रणय का सामना पहले दौर में स्पेन के पाब्लो एबियान से होगा। छठे वरीय समीर वर्मा अपना अभियान अपने बड़े भाई सौरभ के खिलाफ शुरू करेंगे।

फ्रांस, रूस, कनाडा और इंग्लैंड के खिलाड़ियों के हटने के बाद टूर्नामेंट की चमक कुछ फीकी हुई है। युगल विशेषज्ञ सीन वेंडी और कोच नाथन रॉबर्टसन के शुक्रवार को दिल्ली रवाना होने से पहले पॉजिटिव पाए जाने के बाद इंग्लैंड की पूरी टीम टूर्नामेंट से हट गई है।

कोविट-19 प्रोटोकॉल के तहत भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने सभी खिलाड़ियों के अलावा टूर्नामेंट के मैच अधिकारियों, बीडब्ल्यूएफ एवं बीएआई अधिकारियों, सहयोगी स्टाफ, वेंडर और अन्य के लिए प्रत्येक दिन स्टेडियम के बाहर कोविड परीक्षण अनिवार्य कर दिया है और इसके बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा।

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