बेंगलुरु, 15 मई: कांग्रेस नेता एवं पार्टी विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक सुशील कुमार शिंदे ने सोमवार को कहा कि वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार को जरूरत पड़ने पर परामर्श के लिए दिल्ली बुलाया जा सकता है. दोनों नेताओं को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है. यह भी पढ़ें: Karnataka: कर्नाटक इकाई के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा कि, कांग्रेस की जीत लोगों का मुझे दिया गया सबसे अच्छा उपहार
शिंदे ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम पर्यवेक्षक, कांग्रेस महासचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और महासचिव (संगठन) के. सी. वेणुगोपाल के साथ दिल्ली जाएंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी रिपोर्ट (कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मिली प्रतिक्रिया पर आधारित) गोपनीय है, जिसका खुलासा हम नहीं कर सकते। हमारे पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ही इसका खुलासा कर सकते हैं.’’
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो सिद्धरमैया और शिवकुमार को दिल्ली बुलाया जाएगा. खरगे ने कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता के चुनाव के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिंदे, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव जितेंद्र सिंह और एआईसीसी के पूर्व महासचिव दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.
कर्नाटक के नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को विधायक दल का नेता चुनने के लिए अधिकृत किया था. राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीट जीतीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट हासिल कीं.
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