खेल की खबरें | भारत के 12 साल के पदक सूखे को खत्म करने को तैयार है निशानेबाजी दल

शेटौरॉक्स (फ्रांस), 26 जुलाई ओलंपिक में पदार्पण करने वाले निशानेबाजों से भरी टीम पिछले प्रदर्शन के बोझ से मुक्त होकर शुक्रवार को फ्रांस के शेटौरॉक्स में निशानेबाजी प्रतियोगिता में होने वाली परीक्षा में सफल होने का लक्ष्य बनायेगी।

भारत ने अभी तक निशानेबाजी में कुल चार ओलंपिक पदक जीते हैं लेकिन पिछले दो ओलंपिक में खाता खाली रहा जिससे रिकॉर्ड 21 सदस्यीय भारतीय दल पर उम्मीदों का अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है।

भारतीय राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (एनआरएआई) टीम चुनने के लिए मौजूदा फॉर्म को तरजीह दी है और उसे उम्मीद है कि इस बार वे यहां पदक जीतेंगे।

इसलिये ही कोटा विजेताओं को भी ट्रायल में उतारा गया जिसमें कम अनुभवी संदीप सिंह ने 2022 के विश्व चैम्पियन रुद्रांक्ष पाटिल को पछाड़ दिया जिन्होंने 10 मीटर एयर राइफल में भारत के लिए कोटा हासिल किया था।

पाटिल ने एनआरएआई को पत्र लिखकर ट्रायल में बरकरार रखने की बात रखी, लेकिन महासंघ अपने फैसले पर अड़ा रहा।

मनु भाकर, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, अंजुम मौदगिल और इलावेनिल वलारिवान को छोड़कर अन्य सभी निशानेबाज पहली बार ओलंपिक मंच का अनुभव करेंगे।

भारत 15 निशानेबाजी स्पर्धाओं में हिस्सा लेगा। विश्व स्पर्धाओं में कई पदक जीत चुकी 22 वर्षीय मनु तोक्यो ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालीफिकेशन में पिस्टल में आई खराबी से उबर नहीं सकी थीं।

लेकिन इस बार वह बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगी, वह तीन स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगी जिसमें 10 मीटर एयर पिस्टल, 25 मीटर पिस्टल और 10 मीटर पिस्टल मिश्रित टीम शामिल हैं।

भारत को मुख्य रूप से चुनौती चीन से मिलेगी जो विभिन्न स्पर्धाओं में 21 निशानेबाज उतार रहा है।

एक अन्य महिला निशानेबाज सिफत कौर सामरा पर भी सबकी नजर होंगी जिन्होंने एशियाई खेलों में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में स्वर्ण पदक जीता था।

अनुभवी निशानेबाजों में से एक मौदगिल वापसी कर रही हैं और महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में सिफत के साथ खेलेंगी।

बीस वर्षीय रिदम सांगवान 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम दो स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगी।

सांगवान ने कहा, ‘‘तैयारी अच्छी चल रही है। रेंज अच्छी है। पेरिस में खेल गांव से दूर रहने से थोड़ा परेशान थी। यह उम्मीद के अनुरूप नहीं है। मैं यहां प्रतियोगिता और जीत के लिए आई हूं। ओलंपिक यहां सबसे बड़ा मंच है।’’

पुरुष निशानेबाजों में से केवल तोमर ही पहले ओलंपिक का हिस्सा रह चुके हैं।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)