बेंगलुरु, 23 जनवरी कर्नाटक में विपक्षी कांग्रेस ने शिवमोगा के पास स्थित एक पत्थर खदान में हुए विस्फोट की उस घटना की उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश द्वारा जांच कराने की शनिवार को मांग की जिसमें कई व्यक्तियों की मौत हो गई थी।
कांग्रेस ने यह भी मांग की कि राज्य में सभी अवैध उत्खनन या खनन तत्काल रोका जाए।
विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘मारे गए व्यक्तियों के परिवार को विवेकपूर्ण तरीके से मुआवजा दिया जाना चाहिए। केवल पांच लाख रुपये की घोषणा नहीं की जानी चाहिए, नौकरी भी दी जानी चाहिए।’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि इस विस्फोट की कर्नाटक उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच करायी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में सभी अवैध उत्खनन या खनन पर तुरंत रोक लगानी होगी।’’
मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को मृतकों के परिवारों को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की थी और घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे।
शिवमोगा शहर के बाहरी इलाके में बृहस्पतिवार रात एक पत्थर खदान में हुए विस्फोट में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई थी।
बताया जाता है कि विस्फोट जिलेटिन की छड़ों से हुआ।
सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘मेरी जानकारी के अनुसार, विस्फोटक सामग्री आंध्र प्रदेश से बिना किसी अनुमति के लाई गई थी, जो एक अपराध है और उसे सुरक्षित रूप से संग्रहीत नहीं करना एक दूसरा अपराध है। अधिकारियों की ओर से कोई जवाबदेही या जिम्मेदारी नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं एमएलसी अयानुर मंजुनाथ ने कहा है कि शिवमोगा में कई अवैध खनन और उत्खनन गतिविधियां चल रही हैं जो कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का गृह जिला है।
उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की पूरी विफलता दर्शाता है।
इससे पहले, येदियुरप्पा ने कहा कि राज्य में अवैध उत्खनन या खनन की अनुमति नहीं दी जाएगी और इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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