मुंबई, 16 जुलाई उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने ''पार्टी-विरोधी गतिविधियों'' के आरोप में पूर्व मंत्री विजय शिवतरे को निष्कासित कर दिया।
पुणे जिले की पुरंदर सीट से विधायक शिवतरे के निष्कासन की घोषणा शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में की गई।
शिवतरे ने पार्टी से निष्कासन के बाद पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा ''असली'' शिवसेना है और वह शिंदे के साथ जाएंगे।
उन्होंने शिवसेना की वर्तमान स्थिति के लिए संजय राउत को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि शिवसेना सांसद ‘‘सिजोफ्रेनिया’’ और ‘‘मतिभ्रम’’ से पीड़ित हैं।
शिवतरे ने आरोप लगाया, ‘‘राउत अपने विचारों से लोगों को प्रभावित करते हैं। उन्होंने उद्धव के दिल्ली से देश का नेतृत्व करने का भी सपना देखा था। उन्होंने हमेशा पार्टी नेतृत्व को गुमराह किया। वह शिवसेना के मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार हैं।’’
शिवतरे ने कहा, ‘‘मैंने कई बार जताया है कि मैं शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के नक्शेकदम पर चल रहा हूं। हम बालासाहेब के विचारों की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। यह असली शिवसेना है। पार्टी ने मुझे आज निकाल दिया है। एकनाथ शिंदे जहां भी जाएंगे, मैं उनके साथ रहूंगा।’’
साल 2014 से 2019 के बीच देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री रहे शिवतरे ने कहा, ''2019 में कांग्रेस से हाथ मिलाने के फैसले से शिवसेना में कोई भी खुश नहीं था। बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व पर कायम पार्टी ही असली शिवसेना है।''
उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि कांग्रेस के साथ जाने के बजाय वह शिवसेना को खत्म कर देना ज्यादा पसंद करेंगे।
शिवतरे ने कहा कि वह शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर पार्टी में व्याप्त असंतोष को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
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