नयी दिल्ली, 21 अप्रैल भारत के कई हिस्सों में रविवार को भीषण गर्मी पड़ी और कई इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ओडिशा और रायलसीमा, गांगेय पश्चिम बंगाल, झारखंड, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
बिहार, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
मौसम विभाग ने कहा कि गांगेय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस अधिक रहा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।
इस महीने में लू चलने का यह दूसरा दौर है। पहले दौर में ओडिशा, झारखंड, गांगेय पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात के कुछ हिस्सों में जबरदस्त गर्मी पड़ी थी।
विभाग के अनुसार, रविवार को झारखंड के बहरागोड़ा में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस, ओडिशा के बारीपदा में 44.6 डिग्री सेल्सियस और पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में 44.5 डिग्री दर्ज किया गया।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस और विदर्भ के वाशिम में 43.6 डिग्री दर्ज किया गया।
अल नीनो कमजोर होती स्थितियों के बीच, मौसम विभाग ने पहले अप्रैल-जून की अवधि के दौरान अत्यधिक गर्मी की चेतावनी दी थी।
देश में इस समय लोकसभा चुनाव के लिए मतदान भी हो रहा है। चुनाव सात चरणों में हो रहा है। पहले चरण के चुनाव के लिए 19 अप्रैल को मतदान हुआ था।
मौसम कार्यालय ने कहा है कि अप्रैल में देश के विभिन्न हिस्सों में चार से आठ दिन लू चलने की आशंका है, जबकि सामान्य तौर पर एक से तीन दिन लू वाले दिन होते हैं। पूरे अप्रैल-जून की अवधि में सामान्यतः चार से आठ दिन की तुलना में दस से 20 दिन तक लू चलने का अनुमान है।
जिन क्षेत्रों में अधिक संख्या में लू वाले दिन देखे जाने का अनुमान जताया गया है उनमें मध्य प्रदेश, गुजरात, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा, बिहार और झारखंड शामिल हैं। कुछ स्थानों पर 20 से अधिक दिन तक लू चल सकती है।
भीषण गर्मी के कारण बिजली ग्रिड पर दबाव पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप भारत के कुछ हिस्सों में पानी की कमी हो सकती है।
आईएमडी सहित वैश्विक मौसम एजेंसियां भी साल के अंत में ला नीना की स्थिति बनने की उम्मीद कर रही हैं।
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