मुंबई, 29 नवंबर घरेलू शेयर बाजारों में इस सप्ताह की शुरूआत अच्छी रही और सोमवार को दोनों सूचकांक- बीएसई सेंसक्स और एनएसई निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुए। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज, बैंक और आईटी कंपनियों में तेजी से बाजार को समर्थन मिला।
हालांकि कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रॉन के कुछ और देशों में फैलने के बाद निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। कोरोना वायरस का नया स्वरूप कई देशों में पाए जाने के बाद दुनिया के कई देश फिर से यात्रा पाबंदी लगा रहे हैं। हालांकि अभी तक भारत में ओमीक्रॉन का कोई मामला नहीं पाया गया है।
पिछले सप्ताह शुक्रवार को शेयर बाजार में बड़ी गिरावट के बाद सोमवार को कुछ स्थिरता दिखी। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 153.43 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की तेजी के साथ 57,260.58 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के साथ सूचकांक शुरूआती कारोबार में 500 अंक से भी अधिक नीचे चला गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 27.50 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,053.95 अंक पर बंद हुआ।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार इकाई जियो के प्रीपेड मोबाइल फोन की शुल्क दरें बढ़ाने की घोषणा के बाद कंपनी का शेयर 1.26 प्रतिशत चढ़ा।
सेंसेक्स के शेयरों में कोटक बैंक सर्वाधिक 2.92 प्रतिशत चढ़ा। एलआईसी को भारतीय रिजर्व बैंक से निजी क्षेत्र के इस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर लगभग 10 प्रतिशत करने की मंजूरी से शेयर में तेजी रही।
इसके अलावा, एचसीएल टेक, टीसीएस, इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, टाइटन और टेक महिंद्रा में भी प्रमुख रूप से तेजी रही।
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में सन फार्मा, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, नेस्ले, बजाज ऑटो, भारतीय स्टेट बैंक और डा. रेड्डीज शामिल हैं। इनमें 2.03 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के नये स्वरूप को लेकर चिंता के बीच घरेलू सूचकांक शुरूआती गिरावट से उबरते हुए लाभ में रहे। मुख्य रूप से आईटी और स्वास्थ्य से जुड़ी कंपनियों के शेयरों से बाजार को समर्थन मिला। वैश्विक बाजारों में मिला-जुला रुख रहा....।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुल मिलाकर वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता और गिरावट के बाद लिवाली की स्थिति देखने को मिली। इससे गिरावट पर कुछ अंकुश लगा। घरेलू बाजार में, दूरसंचार क्षेत्र पर निवेशकों की नजर रही क्योंकि सभी प्रमुख कंपनियों ने शुल्क दरें बढ़ा दी हैं। इससे संकेत मिलता है कि मोबाइल फोन पर सस्ते में बातचीत का दौर अब खत्म होने वाला है।’’
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा कि दुनिया के कई देशों में कोविड-19 के नये स्वरूप को देखते हुए बाजार में अनिश्चितता बने रहने की आशंका है। उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में इसके अलावा जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के आंकड़े, बुनियादी क्षेत्र और वाहन बिक्री के आंकड़े दिशा देंगे। हम निवेशकों से सतर्क रुख रखने की बात दोहराते हैं...।’’
एशिया के अन्य बाजारों में जापान में निक्की 225, 1.7 प्रतिशत टूटा। जापान के मंगलवार से विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर पाबंदी की घोषणा से शेयर बाजार नीचे आया। चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.4 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 1.12 प्रतिशत नीचे आया।
दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 0.9 प्रतिशत और ऑस्ट्रेलिया में सिडनी का एस एंड पी-एएसएक्स 200, 0.5 प्रतिशत नीचे आया।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में बढ़त का रुख था।
इस बीच, वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड 2.82 प्रतिशत उछलकर 74.41 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे टूटकर 75.12 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 5,785.83 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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