मुंबई, तीन सितंबर वृहद आर्थिक परिस्थितियों में नरमी का निवेशकों की धारणा पर असर पड़ने और बैंकों के शेयरों में गिरावट से बृहस्पतिवार को उथल-पुथल भरे कारोबार में घरेलू शेयर बाजार लुढ़क गये।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ खुला लेकिन अंतत: यह 95.09 अंक यानी 0.24 प्रतिशत गिरकर 38,990.94 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 7.55 अंक यानी 0.07 प्रतिशत गिरकर 11,527.45 अंक पर बंद हुआ।
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सेंसेक्स की कंपनियों में आईसीआईसीआई बैंक का शेयर सर्वाधिक दो प्रतिशत की गिरावट में रहा। इसके अलावा भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और पावरग्रिड कॉरपोरेशन के शेयर भी नुकसान में रहे।
इनके उलट टाइटन, टेक महिंद्रा, नेस्ले, मारुति सुजुकी, सन फार्मा और एशियन पेंट्स जैसे शेयरों में तेजी रही।
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बीएसई के समूहों में बैंकिंग, वित्त, धातु, ऊर्जा, रियल्टी और यूटिलिटी समूह सूचकांक में 1.51 प्रतिशत तक की गिरावट रही।
हालांकि, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), प्रौद्योगिकी, पूंजीगत वस्तुओं, औद्योगिक एवं वाहन समूहों के सूचकांक 3.37 प्रतिशत तक की बढ़त में रहे।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप ने सेंसेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया। इनमें 0.74 प्रतिशत तक की तेजी रही।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार में उथल-पुथल रही और दिन का कारोबार लगभग स्थिर रहा। हालांकि, बेहतर आर्थिक आंकड़ों के अनुमान में यूरोपीय शेयर बाजार शुरुआत में तेजी में रहे।’’
आनंद राठी के प्रमुख (इक्विटी शोध) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय बाजार मिश्रित वैश्विक संकेतों के कारण मामूली सकारात्मक रुख के साथ खुले। निवेशकों ने एशियाई बाजारों में चीन और यूरोप के आर्थिक आंकड़ों के जारी होने पर भी प्रतिक्रिया दी।
आईएचएस मार्किट के सेवा क्षेत्र के खरीद प्रबंध सूचकांक (पीएमआई) के अगस्त माह के आंकड़ों में लगातार छठे महीने सिकुड़न में रहने के बाद घरेलू शयेर बाजार अंतत: नकारात्मक हो गये।
भारत के सेवा क्षेत्र की कारोबारी गतिविधियों का यह सूचकांक अगस्त में जुलाई के 34.2 से बढ़कर 41.8 पर पहुंच गया। यह मार्च में महामारी के प्रकोप की शुरुआत के बाद से सर्वाधिक है लेकिन बढ़ने के बावजूद भी यह अभी भी 50 अंक से नीचे रहा है।
पीएमआई का 50 से ऊपर रहना गतिविधियों में विस्तार का संकेत देता है, लेकिन यदि यह 50 से नीचे हो तो पता चलता है कि गतिविधियां कम हुई हैं।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट में रहा। हालांकि, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कोस्पी बढ़त में रहे। यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में मजबूत चल रहे थे।
इस बीच, कच्चा तेल के वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड का वायदा 1.40 प्रतिशत गिरावट के साथ 43.81 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 44 पैसे गिरकर 73.47 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
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