श्रीनगर, 25 जून सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा कि कश्मीर घाटी में समग्र सुरक्षा स्थिति बेहतर है और ‘काफी नियंत्रण में है’ तथा आसान ठिकानों पर हमले हो रहे हैं क्योंकि आतंकवादी दबाव में हैं।
सेना के अधिकारी ने पहचान जाहिर नहीं करने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘‘स्थिति बेहतर है। चिंता की कोई बात नहीं है।’’ घाटी में मौजूदा दौर को ‘संवेदनशील’ बताते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा तंत्र ने कई चीजों पर नियंत्रण बना लिया है।
अधिकारी ने कहा कि केवल आतंकवादियों को खत्म कर शांति हासिल नहीं की जा सकती क्योंकि ‘‘ऐसी अन्य चीजें हैं जिन्हें अभियानों के साथ-साथ करना है और जिन पर हमें काम करते रहना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन कुल मिलाकर स्थिति काफी नियंत्रण में है।’’
घाटी में लक्षित हत्याओं, विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं में बढ़ोतरी का उल्लेख करते हुए सैन्य अधिकारी ने कहा कि कोई व्यक्ति ऐसे काम तब करता है जब वह दबाव में होता है, पीछे धकेल दिया जाता है और उसे लगता है कि वह नियंत्रण खो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा क्यों हो रहा है, इसके कुछ पहलू हैं। या तो यह सुरक्षा बलों को भड़काने के लिए है या लोगों में डर पैदा करने की कोशिश है। लोगों को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वे आसान लक्ष्य हैं।’’
अधिकारी ने कहा कि ‘सॉफ्ट टारगेट’ खासकर कश्मीरी पंडितों पर हमले पूरे देश, केंद्र और राज्य प्रशासन को झकझोर कर रख देते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वे (आतंकवादी) अपनी क्षमता के मामले में भी जानते हैं कि सबसे कमजोर कड़ी कौन सी है क्योंकि वे (कश्मीरी पंडित) समाज में काम कर रहे हैं, समाज में घूम रहे हैं और उन्हें निशाना बनाना आसान है।’’ हालांकि, अधिकारी ने कहा कि हर व्यक्ति की सुरक्षा करना या उन्हें चौबीसों घंटे सुरक्षा मुहैया कराना संभव नहीं है।
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