मुंबई, 16 जून : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से इनकार करने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के बारामती में एक विज्ञान केंद्र के उद्घाटन के लिए एक कार्यक्रम में शामिल हुए और कहा कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में प्रगति के लिए वैज्ञानिक सोच और तर्क-आधारित दृष्टिकोण आवश्यक है. बुधवार को कई विपक्षी दलों के नेताओं ने पवार से 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार बनने का आग्रह किया था.
हालांकि 81 वर्षीय पवार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा नयी दिल्ली में बुलाई गई बैठक में इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. पवार ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘मैं यह बताना चाहूंगा कि मैंने अपनी उम्मीदवारी के प्रस्ताव को विनम्रतापूर्वक अस्वीकार कर दिया है.’’ उन्होंने नेताओं से कहा कि वे 21 जून को दिल्ली में होने वाली अपनी अगली बैठक में संभावित विपक्षी उम्मीदवार के रूप में अन्य नामों पर विचार करें. यह भी पढ़ें : पोलियो का पता चलने के बाद कोलकाता के छह इलाकों पर नजर
बृहस्पतिवार सुबह पवार महाराष्ट्र के पुणे जिले के बारामती नगर में एक विज्ञान एवं नवाचार गतिविधि केंद्र के उद्घाटन के लिए गए थे. इस अवसर पर पवार ने कहा, ‘‘जीवन के किसी भी क्षेत्र में प्रगति के लिए वैज्ञानिक सोच और तर्क-आधारित दृष्टिकोण अपनाए जाने की आवश्यकता है.’’ उन्होंने उम्मीद जतायी कि बारामती में विज्ञान केंद्र इसे हासिल करने में मदद करेगा.