महाकुंभ नगर (उप्र), 14 जनवरी प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार को मकर संक्रांति पर्व पर सभी संतजनों ने ‘अमृत स्नान’ किया और अभूतपूर्व व्यवस्था के लिए सरकार की सराहना की।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, सभी संतजनों ने 144 वर्ष पश्चात पड़े इस सुखद संयोग में स्नान कर स्वच्छ, सुरक्षित, दिव्य-भव्य महाकुंभ के आयोजन की प्रशंसा की।
इसमें कहा गया है कि इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने, अद्भुत व्यवस्था पर साधु-संतों ने सरकार के प्रति आभार भी जताया।
बयान के अनुसार, जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा "महाकुंभ के लिए सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाएं उल्लेखनीय हैं। मैं इतनी बड़ी भीड़ के बावजूद आयोजन के सुव्यवस्थित प्रबंधन से बेहद प्रसन्न हूं। सरकार इस प्रयास के लिए प्रशंसा की पात्र है।"
ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम के स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, "यह समस्त सनातन धर्म का उत्सव है, अमरता और शाश्वत सत्य का उत्सव है। खचाखच भरे घाटों के साथ, महाकुंभ विविधता में एकता का प्रतीक है। लाखों लोग आए हैं, और प्रतिदिन लाखों लोग आ रहे हैं।"
पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, “1982 से कुंभ में आ रही हूं। कई महाकुंभ व अर्धमहाकुंभ किए हैं, लेकिन प्रयागराज महाकुंभ की अनुभूति अलग ही है।”
उन्होंने कहा,“मां गंगा की गोद में यह पूरा नया शहर-क्षेत्र बसाया जाता है। 144 वर्ष बाद महाकुंभ का सुयोग बना है। हम लोग सौभाग्यशाली हैं कि इस महाकुंभ में स्नान करके आए हैं। आज युवा इस दृश्य को देखकर प्रसन्न दिख रहा है।”
ज्योति ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के लिए 500 साल की प्रतीक्षा पूरी होने से महाकुंभ 2025 की महिमा और बढ़ गई है।
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