चंडीगढ़, सात दिसंबर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने किसानों के चल रहे आंदोलन को देखते हुए अपने शताब्दी समारोह के अवसर पर पार्टी का तीन दिवसीय कार्यक्रम रद्द कर दिया है। पार्टी नेता दलजीत सिंह चीमा ने सोमवार को यह जानकारी दी।
शिअद कोर कमेटी ने यह फैसला पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया।
कृषि कानूनों को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर निकल गई पार्टी ने मांग की कि सरकार कानूनों को तत्काल निरस्त करे और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उपज की सुनिश्चित सरकारी खरीद के लिए वैधानिक प्रावधान करे।
चीमा ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे विरोध प्रदर्शन में हजारों अकाली कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी को लगा कि अगर आनंदपुर साहिब में योजना के अनुसार बड़े पैमाने पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, तो चल रहे आंदोलन को नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि इसके बाद इस आयोजन को पूरी तरह रद्द करने का फैसला किया गया और 12 दिसंबर को अकाल तख्त पर अखंड पाठ आयोजित किया गया।
उन्होंने यहां एक बयान में कहा कि पाठ का समापन 14 दिसंबर को होगा और इसमें वरिष्ठ नेता भाग लेंगे।
शिअद की स्थापना 1920 में हुई थी। उसने किसान संगठनों द्वारा आठ दिसंबर को किए गए भारत बंद के आह्वान का समर्थन किया है।
पार्टी ने पंजाबियों के साथ-साथ देश भर के लोगों से आंदोलनरत किसानों के साथ एकजुटता दिखाने की अपील की।
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