मुंबई, तीन जून रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में 38 पैसे की बढ़त के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.04 पर पहुंच गया। यह उसका तीन महीने का उच्चतम स्तर है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि कमजोर अमेरिकी मुद्रा और घरेलू शेयर बाजारों में विदेशी पूंजी के प्रवाह से भी स्थानीय मुद्रा को समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.09 प्रति डॉलर पर खुला। शुरुआती सौदों के बाद 83.04 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 38 पैसे की बढ़त दर्शाता है। इस वर्ष 18 मार्च को रुपया 83.00 के स्तर को पार कर गया था।
स्थानीय मुद्रा ने अप्रैल 2023 के बाद से सबसे अधिक एकल-दिवसीय वृद्धि दर्ज की, जब रुपये में 42 पैसा का उछाल आया था।
रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.42 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.56 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.06 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुक्रवार को लिवाल रहे और शुद्ध रूप से 1,613.24 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर खरीदे।
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग सरकार की जीत के अनुमान के बीच घरेलू बाजारों सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को शुरुआती कारोबार में करीब चार प्रतिशत की बढ़त के साथ अपने-आने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए।
कई ‘एग्जिट पोल’ में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत मिलने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अनुमान लगाया गया है।
लोकसभ चुनाव के परिणाम चार जून को घोषित किए जाएंगे।
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