मुंबई, 23 दिसंबर अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और विदेशी कोषों की निकासी जारी रहने से रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.04 पर स्थिर रहा।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अस्थिर भू-राजनीतिक स्थिति से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बीच डॉलर की महत्वपूर्ण मांग के कारण रुपया कमजोर रहा।
उन्होंने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक धारणा ने स्थानीय मुद्रा को निचले स्तर पर सहारा दिया।
उन्होंने कहा कि 2025 में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती में देरी की आशंका के बीच डॉलर सूचकांक निकट भविष्य में ऊंचा रह सकता है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 85.02 पर खुला और पिछले सत्र के बंद स्तर 85.04 पर पहुंच गया।
रुपया शुक्रवार को अपने सर्वकालिक निचले स्तर से कुछ संभला और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नौ पैसे बढ़कर 85.04 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत बढ़कर 107.49 पर था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.47 प्रतिशत बढ़कर 73.28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
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