जरुरी जानकारी | रुपया शुरुआती गिरावट से उबरा, एक पैसे टूटकर 83.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ

मुंबई, चार जुलाई अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के दबाव के बीच रुपया अपने शुरुआती नुकसान से उबरते हुए 83.50 प्रति डॉलर पर लगभग स्थिर रुख के साथ बंद हुआ।

बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों के सूचकांकों के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचने से रुपये को समर्थन मिला। इसके अलावा विदेशी पूंजी के पर्याप्त अंत:प्रवाह से रुपये को समर्थन मिला और उसकी गिरावट पर अंकुश लगा।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.52 प्रति डॉलर के भाव पर खुला और सत्र के दौरान 83.48 के ऊपरी स्तर तथा 83.56 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 83.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

बुधवार को रुपया एक पैसे घटकर 83.49 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि कमजोर आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता में वृद्धि के बीच अमेरिकी डॉलर में नरमी के कारण रुपया थोड़ा सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा।’’

चौधरी ने कहा, ‘‘हालांकि, कच्चे तेल की ऊंची कीमतें लाभ को सीमित कर सकती हैं। कल अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल रिपोर्ट से आने से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं।’’

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 105.24 रहा।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.47 प्रतिशत घटकर 86.93 डॉलर प्रति बैरल रह गया।

घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स ऐतिहासिक 80,000 अंक के स्तर को लांघ गया तथा निफ्टी सर्वकालिक उच्चस्तर को छू गया। अंत में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 62.87 अंक बढ़कर 80,049.67 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 15.65 अंक की बढ़त के साथ रिकॉर्ड 24,302.15 अंक बंद हुआ।

विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 2,575.85 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

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