मुंबई, 29 मई अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने के कारण सोमवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 82.63 प्रति डॉलर पर आ गया।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के रुख, विदेशी पूंजी का निवेश बढ़ने तथा कच्चे तेल कीमतों में गिरावट की वजह से रुपये की गिरावट सीमित रही।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और रिपब्लिकन हाउस के स्पीकर केविन मैकार्थी के बीच कर्ज सीमा बढ़ाने पर शुरुआती समझौते होने के कारण डॉलर मजबूत हुआ। इस समझौते पर बुधवार को मतदान की संभावना है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.57 के भाव पर मजबूत खुला और कारोबार के अंत में तीन पैसे की गिरावट के साथ 82.63 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपये ने 82.51 रुपये के उच्च तथा 82.67 प्रति डॉलर के निचले स्तर को छुआ।
शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.60 के भाव पर बंद हुआ था।
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘रुपये ने 82.55 से 82.65 के सीमित दायरे में कारोबार किया। पूंजी बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच अमेरिकी भागीदार बाजार से अलग रहे। भागीदारी को शुक्रवार को आने वाले एनएफपी आंकड़ों का इंतजार है। ऐसे में रुपये में एक दायरे में कारोबार जारी रहेगा।’’
दुनिया की छह प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.23 हो गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत घटकर 76.64 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 344.69 अंक की तेजी के साथ 62,846.38 अंक पर पहुंच गया।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शेयर बाजार में शुद्ध लिवाल रहे हैं। उन्होंने सोमवार को 1,758.16 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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