मुंबई, चार दिसंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे की गिरावट के साथ 83.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बैंकों की डॉलर खरीद और विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने से रुपये में जो शुरूआती तेजी थी, वह कायम नहीं रह पायी।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि तीन हिन्दी प्रदेशों में भाजपा की भारी जीत के बाद दिन की शुरुआत में घरेलू शेयर बाजार के रिकॉर्ड ऊंचाई पर जा पहुंचने से रुपये में तेजी रही थी। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों के सतत पूंजी निवेश तथा कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट से भी घरेलू मुद्रा को समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.28 पर खुला। फिर 83.38 के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद अंत में 83.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले बंद भाव से पांच पैसे की गिरावट है।
रुपया शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.33 पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘चीनी मुद्रा के कमजोर होने के बाद भारतीय रुपये ने शुरुआती बढ़त हासिल की और बाद में इसमें गिरावट आई...।’’
इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 103.36 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78.48 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 1,383.93 अंक की तेजी के साथ 68,865.12 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने सोमवार को 2,073.21 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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