मुंबई, एक जुलाई अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले 10 पैसे टूटकर 83.44 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों के बढ़ने से रुपये में यह गिरावट आई।
हालांकि, विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में मजबूत रुख, सकारात्मक विनिर्माण पीएमआई आंकड़े तथा प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले कमजोर डॉलर ने तीव्र गिरावट पर अंकुश लगाया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.39 प्रति डॉलर के भाव पर खुला और सत्र के दौरान 83.38 के ऊपरी स्तर तथा 83.47 के निचले स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में 10 पैसे की गिरावट के साथ 83.44 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
शुक्रवार को रुपया 11 पैसे बढ़कर 83.34 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में उछाल और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण रुपये में गिरावट आई।
तेल की कीमतें लगभग दो महीने के उच्चतम स्तर के आसपास पहुंच गयी है। जबकि अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल चार प्रतिशत से ऊपर होने से एशियाई मुद्राओं पर दबाव पड़ा। हालांकि, सकारात्मक घरेलू बाजारों और विनिर्माण पीएमआई में वृद्धि ने रुपये को सहारा दिया।
चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजारों में बढ़त और नए विदेशी निवेश की उम्मीदों के कारण रुपये में थोड़ा सकारात्मक रुख के साथ कारोबार होने की संभावना है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.28 प्रतिशत घटकर 105.24 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.41 प्रतिशत बढ़कर 85.35 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
स्थानीय शेयर बाजार में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 443.46 अंक बढ़कर 79,476.19 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 131.35 अंक घटकर 24,141.95 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने सोमवार को शुद्ध रूप से 426.03 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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