नयी दिल्ली, 10 दिसंबर विभिन्न मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के हंगामे के कारण मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सुबह 11 बजे बैठक आरंभ होने पर सदन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्य महुआ माझी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने पूर्व विदेश मंत्री एस एम कृष्णा के निधन का उल्लेख किया और उनके योगदान को याद किया। सदस्यों ने कुछ देर मौन खड़े होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद धनखड़ ने बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत सूचीबद्ध कामकाज निलंबित कर चर्चा कराने के लिए विभिन्न मुद्दों पर पांच नोटिस मिले हैं।
धनखड़ अभी नोटिस देने वाले सदस्यों के नाम और उनके मुद्दे का उल्लेख कर ही रहे थे कि आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है और यह बेहद गंभीर मुद्दा है।
सभापति ने सिंह को टोकते हुए कहा कि पहले उन्हें नोटिस पढ़ लेने दें।
इसी दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर शोरगुल और हंगामा करने लगे।
हंगामे के बीच ही तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया। सभापति ने उन्हें अपनी बात कहने की अनुमति दी। ओब्रायन अपनी बात रखने के लिए खड़े ही हुए थे कि दोनों पक्षों की ओर से हंगामा बढ़ता देख धनखड़ ने 11 बजकर 16 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
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