देश की खबरें | यूएई से आने वाले यात्रियों के लिए मुंबई हवाई अड्डे पर आरटी-पीसीआर जांच जरूरी : बीएमसी

मुंबई, 29 दिसंबर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बुधवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से मुंबई आने वाले यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी, जिसके आधार पर सात दिन के गृह पृथक-वास का फैसला लिया जाएगा।

बीएमसी के आयुक्त आई एस चहल ने निकाय के अधिकारियों, अस्पतालों के डीन और चिकित्सा अधीक्षकों के साथ डिजिटल माध्यम से बैठक के बाद यह निर्णय लिया। बीएमसी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि महाराष्ट्र के पर्यटन और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ वार्ता के बाद डिजिटल तरीके से यह बैठक हुई।

विज्ञप्ति में कहा गया कि 24 दिसंबर को बीएमसी ने दुबई से मुंबई आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच को जरूरी बनाया था और इसे अब समूचे यूएई के यात्रियों के लिए विस्तारित कर दिया गया है।

चहल ने अधिकारियों से एनईएससीओ और बीकेसी जंबो कोविड-19 केंद्रों में से प्रत्येक में 500 बेड की अलग-अलग व्यवस्था करने को कहा है, ताकि वहां ऐसे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को अलग ठहराया जा सके, जिनमें कोई लक्षण नहीं है और जिन्हें चिकित्सा उपचार की आवश्यकता नहीं है। साथ ही कहा गया कि जो यात्री भुगतान करने के लिए तैयार होंगे उन्हें होटलों में रहने की अनुमति दी जाएगी।

विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘हवाई अड्डे पर रैपिड जांच में कोविड-19 से संक्रमित पाए गए मरीजों की नियमित आरटी-पीसीआर जांच होनी चाहिए। यदि जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है तो निर्धारित नियमों के अनुसार यात्रियों को अलग किया जाना चाहिए। यदि जांच में संक्रमण की पुष्टि होती है तो नियमों के अनुसार अलग ठहराने या अस्पताल में भर्ती होने का निर्णय लिया जाना चाहिए। जीनोम अनुक्रमण के लिए नियमित आरटी-पीसीआर जांच के नमूने भेजे जाने चाहिए।’’

चहल ने प्रशासनिक वार्ड को निर्देश दिया है कि वे नए साल के कार्यक्रमों, पार्टियों और समारोहों के लिए निर्धारित दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने के लिए उड़नदस्ता नियुक्त करें।

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