महाराष्ट्र: नासिक में आठ महीने बाद फिर खुले मंदिर, मस्जिद और चर्च, कोरोना संबंधित नियमों का कड़ाई से कराया जाएगा पालन
महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर और वानी स्थित प्रसिद्ध मंदिरों को सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिया गया. कोविड-19 महामारी के चलते मार्च में लगे लॉकडाउन के कारण धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था. कोविड-19 के नियमों के अनुसार भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इन मंदिरों के प्रबंधन ने मानक संचालन प्रक्रिया अपनाई.
नासिक, 17 नवंबर: महाराष्ट्र के नासिक (Nashik) जिले में त्र्यंबकेश्वर और वानी स्थित प्रसिद्ध मंदिरों को सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिया गया. कोविड-19 (COVID19) महामारी के चलते मार्च में लगे लॉकडाउन के कारण धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था. वानी में पहाड़ी पर स्थित देवी सप्तशृंगी (Goddess Saptasringi) के मंदिर और त्र्यंबकेश्वर स्थित भगवान शिव के मंदिर में दिवाली उत्सव के दौरान 'पडवा' के अवसर पर दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़े.
कोविड-19 के नियमों के अनुसार भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इन मंदिरों के प्रबंधन ने मानक संचालन प्रक्रिया अपनाई. नासिक शहर में गोदावरी नदी के किनारे स्थित कपालेश्वर मंदिर और देवी कालिका के मंदिर को भी फिर से खोल दिया गया है. इसके अलावा शहर की मस्जिदों और चर्चों को भी खोल दिया गया.
वहीं कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर जो भी श्रद्धालुओं ने मास्क पहना हुआ है और जिनके शरीर का तापमान सामान्य होगा उन्हें ही मंदिर में जाने दिया जाएगा. आरती और पूजा को छोड़कर हर घंटे 100 लोगों को ही मंदिर में जाने दिया जाएगा.
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