नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर: बांग्लादेश में हिंदुओं की धार्मिक आजादी को कुचले जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेताओं ने शुक्रवार को कहा कि यह नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के महत्व को रेखांकित करता है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएए पर उनका विरोध और ‘सोची समझी चुप्पी’ से अब राज्य में हिंदुओं को चिंतित होना चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जिस छूट के साथ बांग्लादेश में हिंदुओं की धार्मिक आजादी को कुचला जा रहा है, वह सीएए के महत्व को दोहराता है जो एक मानवीय कानून है. सीएए पर ममता बनर्जी का विरोध और सोची-समझी चुप्पी से अब पश्चिम बंगाल के हिंदुओं को चिंता होनी चाहिए जो तृणमूल कांग्रेस के शासन में हाशिये पर महसूस कर रहे हैं.’’
सीएए अभी प्रभाव में नहीं आया है. इसमें बांग्लादेश और पाकिस्तान समेत कुछ पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को उनके धार्मिक उत्पीड़न के आधार पर भारत में नागरिकता देने का प्रावधान है. पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी मामले को उठाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया है कि बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ इस ‘पीड़ादायक और शर्मसार करने वाले’ मुद्दे को कूटनीतिक तरीके से उठाया जाना चाहिए.
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उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘बांग्लादेश के कमीला जिले, कॉक्स बाजार और नोआखली में सोशल मीडिया से साजिशन अफवाहें फैलाये जाने के बाद दुर्गा पूजा पंडालों तथा मंदिरों में तोड़फोड़ दुखदायी है. मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अपवित्र करना सनातनी बंगाली समुदाय पर सोचा-समझा हमला है.’’
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