ताजा खबरें | ‘लाइव स्ट्रीमिंग’ का वीडियो सामने आने के बाद गुजरात के एक मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान का आदेश

अहमदाबाद, नौ मई निर्वाचन आयोग ने गुजरात में दाहोद लोकसभा क्षेत्र के तहत उस मतदान केंद्र पर 11 मई को पुनर्मतदान का आदेश दिया है, जहां से एक व्यक्ति के सात मई को मतदान की ‘लाइव स्ट्रीमिंग’ का वीडियो सामने आया था। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

गुजरात मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि घटना के संबंध में चार निर्वाचन अधिकारियों एवं एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित होने वाले निर्वाचन अधिकारियों में एक पीठासीन अधिकारी, एक सहायक पीठासीन अधिकारी और दो मतदान अधिकारी शामिल हैं।

सीईओ ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने अनियमितताओं के संबंध में रिटर्निंग अधिकारी (आरओ) और पर्यवेक्षक द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए महिसागर जिले के संतरामपुर तालुका के परथमपुर केंद्र पर हुए मतदान को अमान्य घोषित कर दिया।

इसमें कहा गया है कि जैसे ही अनियमितताओं की सूचना मिली, सीईओ ने घटना के संबंध में आरओ से रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को भेजी गई, जिसने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 58, उपधारा 2 के तहत सात मई को मतदान केंद्र पर हुए मतदान को अमान्य घोषित कर दिया।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि 11 मई को सुबह सात बजे से शाम छह बजे के बीच मतदान केंद्र पर मतदान निर्धारित किया गया है।

आम चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से 25 सीटों पर मतदान हुआ। सूरत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है।

कांग्रेस ने वायरल वीडियो की एक प्रति सौंपकर चुनाव आयोग में ‘‘बूथ कब्जा’’ और ‘‘फर्जी वोटिंग’’ की शिकायत दर्ज कराते हुये पुनर्मतदान की मांग की थी।

अधिकारियों ने बताया कि आरोपी विजय भाभोर पांच मिनट तक मतदान केंद्र पर रहा, इस दौरान उसने इंस्टाग्राम पर प्रसारण कर कथित तौर पर फर्जी मतदान का सहारा लेते हुए दो अन्य मतदाताओं की ओर से भी वोट डाला।

प्रभा तावियाड निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार हैं और उनका मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद जसवंत सिंह भाभोर से है।

कांग्रेस ने दावा किया कि इंस्टाग्राम पर ‘‘बूथ कैप्चरिंग’’ का वीडियो प्रसारित करने वाला व्यक्ति भाजपा के स्थानीय नेता का बेटा है।

वीडियो में विजय भाभोर को कथित तौर पर ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और वीवीपैट (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीन पर कैमरा फोकस करते और मौके से जाने के लिये कहने के बावजूद एक चुनाव अधिकारी से पांच से दस मिनट समय मांगते देखा जा रहा है ।

भाभोर वीडियो में यह कहते हुए दिख रहा है कि ‘‘यहां केवल भाजपा ही काम करती है।’’ वीडियो में उसका साथी भी नजर आ रहा है।

ईवीएम पर बटन दबाने से पहले भाभोर कहता है, ‘‘मशीन मेरे पापा की है। केवल एक चीज काम करती है-वह भाजपा है।’’ वह कथित रूप से कहता है, ‘‘केवल विजय भाभोर यहां काम करता है।’’

बाद में विजय भाभोर को फर्जी मतदान के आरोप में हिरासत में लिया गया था।

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