वामहस्त स्पिनर रविंद्र ने मध्यक्रम में जुबैर हमजा (20), कीगन पीटरसन (दो) और डेविड बेडिघम (39) के अहम विकेट चटकाये। उन्होंने अपने 21 ओवर में केवल 33 रन खर्च किये।
रुआन डी स्वार्ड्ट ने अपना पहला अर्धशतक लगाकर हालांकि मैच में न्यूजीलैंड की वापसी करवाई। उन्होंने 37 साल की उम्र में टेस्ट पदार्पण कर रहे ऑलराउंडर शॉन वॉन बर्ग के साथ सातवें विकेट के लिए 70 रन की अटूट साझेदारी कर ली है।
स्टंप्स के समय डी स्वार्डट 55 रन और वॉन बर्ग 34 रन बनाकर क्रीज पर थे।
न्यूजीलैंड ने श्रृंखला के पहले मैच में छह विकेट चटकाने वाले मिशेल सैंटनर को अंतिम एकादश में मौका नहीं दिया। टीम चार मुख्य तेज गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरी जिससे उसे स्पिन गेंदबाजी विभाग में रविंद्र पर बहुत ज्यादा निर्भर रहना पड़ा।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान नील ब्रांड ने भी टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का अप्रत्याशित निर्णय लिया। वह यहां के सेडॉन पार्क में पिछले 11 टेस्ट मैचों में ऐसा करने वाले दूसरे कप्तान बन गए। पिच पर घास की मौजूदगी के कारण तेज गेंदबाजों को शुरुआत में कुछ मदद मिली। जिसका फायदा उठाते हुए मैट हेनरी, विल ओ’रूर्के और नील वैगनर ने पहले सत्र में एक-एक विकेट चटकाये। लंच के समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 64 रन था।
लंच के बाद रविंद्र ने दक्षिण अफ्रीका की रन गति पर अंकुश लगने में सफल रहे। उन्होंने अपने शुरूआती 13 ओवर में छह मेडन के साथ सिर्फ 15 रन खर्च किये।
रविंद्र पहले टेस्ट में बेहतर बल्लेबाजी करने वाले तीनों मुख्य खिलाड़ियों को चलता किया। हमजा ने 99 गेंद में 20 रन बनाये। धीमी बल्लेबाजी से पार पाने के लिए उन्होंने रविंद्र की गेंद पर स्लॉग स्वीप खेला लेकिन गेंद बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर स्थानापन्न खिलाड़ी सैंटनर के हाथों में चली गयी।
उन्होंने इसके बाद पीटरसन को चलता किया, जो गेंद को भांपने में नाकाम रहने के बाद स्लिप में टिम साउदी को कैच थमा बैठे।
चाय के बाद छठे ओवर में बेडिंघम आउट हुए। उन्होंने लगभग ढाई घंटे बल्लेबाजी की।
डी स्वार्ड्ट और वॉन बर्ग ने इसके बाद धैर्य से बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को सफलता से दूर रखा।
न्यूजीलैंड की टीम श्रृंखला में 1-0 से आगे है।
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