खेल की खबरें | रामकुमार और साकेत ने पुरुष युगल में पदक पक्का किया, एकल खिलाड़ियों का निराशाजनक प्रदर्शन

हांगझोउ, 27 सितंबर रामकुमार रामनाथन और साकेत मयनेनी की जोड़ी ने पुरुष युगल के सेमीफाइनल में जगह बनाकर बुधवार को एशियाई खेलों की टेनिस प्रतियोगिता में भारत का एक पदक पक्का किया लेकिन एकल खिलाड़ी सुमित नागल और अंकिता रैना को क्वार्टर फाइनल में हारने के कारण खाली हाथ लौटना पड़ेगा।

रामनाथन और मयनेनी की दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में चीन के झिझेन झांग और यिबिंग वू को 6-1, 7-6(8) से पराजित किया। सेमीफाइनल में पहुंचने का मतलब है कि भारत में कम से कम कांस्य पदक पक्का कर दिया है।

बुधवार को खेले गए एकल मैचों में नागल और पिछली बार की कांस्य पदक विजेता अंकिता रैना क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गए।

नागल के लिये दुनिया के 60वें नंबर के खिलाड़ी जिझेन झांग को हराना आसान नहीं था । वह दो घंटे 16 मिनट में 7 . 6, 1 . 6, 2 . 6 से हार गए ।

सोमदेव देववर्मन ने 2010 में पुरूष एकल में स्वर्ण जीता था । उसके बाद युकी भांबरी (2014 इंचियोन) और प्रजनेश गुणेश्वरन (2018 जकार्ता) ने कांस्य पदक जीता था ।

दोहा में 2006 में हुए खेलों में रोहन बोपन्ना और करण रस्तोगी एकल वर्ग में पदक दौर में नहीं पहुंच सके थे ।

रैना को जापान की हारूका राजी ने क्वार्टर फाइनल में 3 . 6, 6 . 4, 6 . 4 से हराया ।

रामनाथन तीसरे और रूतुजा भोसले दूसरे दौर में ही हार गए थे ।

इस बीच युकी भांबरी और रैना की शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी मिश्रित युगल स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में फिलीपींस के फ्रांसिस केसी अलकेन्टारा और एलेक्स एला से 4-6, 6-4, 8-10 से हारकर बाहर हो गई।

अनुभवी रोहन बोपन्ना और उनकी जोड़ीदार रुतुजा भोसले मिश्रित युगल के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। उन्होंने अयानो शिमिज़ु और शिनजी हजावा की 13वीं वरीयता प्राप्त जापानी जोड़ी को 6-3, 6-4 से हराया।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)