जयपुर, 23 अप्रैल : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रिश्वतखोरी के एक मामले में शनिवार को अलवर में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) व राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के दो अधिकारियों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया. ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने जयपुर में संवाददाताओं को बताया कि अलवर के पूर्व जिला कलेक्टर आईएएस अधिकारी नन्नूमल पहाड़िया, राजस्व अपीलीय प्राधिकारी (आरएएस) अशोक तथा उनके दलाल नितिन शर्मा (निजी व्यक्ति) को परिवादी से पांच लाख रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया.
आरोप है कि अधिकारी परिवादी से एक मामले में 16 लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी. सोनी ने बताया कि परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी फर्म द्वारा करवाये जा रहे निर्माण कार्यों को निर्बाध रूप से चलने देने की एवज में पैसे मांगे गये. सोनी ने कहा कि आरोपी अलवर के पूर्व जिला कलेक्टर पहाड़िया और आरएस सांखला (सेटलमेटं अधिकारी कम राजस्व अपीलीय प्राधिकारी) द्वारा 16 लाख रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है. ब्यूरो की टीम ने शिकायत का सत्यापन करते हुए शनिवार को आरोपी आरएएस अशोक सांखला को परिवादी से पांच लाख रुपये की रिश्वत प्राप्त कर अपने दलाल नितिन शर्मा द्वारा ले जाते हुये एसीबी टीम द्वारा रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. यह भी पढ़ें : ट्विटर के लिए ‘संपादन बटन’ इतना आसान क्यों नहीं है, जितना लगता है
इस प्रकरण में आईएएस अधिकारी नन्नूमल पहाड़िया को जिला कलेक्टर आवास से गिरफ्तार किया गया. उल्लेखनीय है कि पहाड़िया दो दिन पहले ही अलवर के जिला कलेक्टर पद से रिलीव हुए थे. आरोपी अशोक सांखला ने परिवादी से पहले ही पांच लाख रुपये रिश्वत के रूप में वसूले थे. एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ जारी है. एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी.