जयपुर, एक अगस्त राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर उसे अतिरिक्त सहायता देने की वकालत की है।
मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को यहां 16वें वित्त आयोग के प्रतिनिधिमंडल के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता के दौरान यह मांग की।
इसमें शर्मा ने कहा कि वित्त आयोग राज्य की विषम भौगोलिक स्थिति, विशाल क्षेत्रफल, मरूस्थलीय भू-भाग, जल संसाधनों की अत्यधिक कमी, अनुसूचित जाति एवं जनजाति की बड़ी आबादी के परिप्रेक्ष्य में केन्द्र सरकार से राजस्थान को अतिरिक्त वित्तीय सहायता देने की सिफारिश करे।
उन्होंने वित्त आयोग से राज्य में भीषण जल संकट को ध्यान में रखते हुए विशेष वित्तीय सहायता देने के लिए केन्द्र सरकार को सिफारिश करने का भी आग्रह किया है।
आधिकारिक बयान के अनुसार बैठक में शर्मा ने कहा कि राजस्थान विशाल भूभाग और बिखरी हुई आबादी वाला राज्य है, इस कारण यहां शिक्षा, चिकित्सा व स्वास्थ्य, पेयजल, विद्युत, संचार सुविधा आदि बुनियादी सुविधाएं आमजन तक पहुंचाने के लिए दूसरे राज्यों की तुलना में अधिक लागत आती है।
उन्होंने कहा कि इस अतिरिक्त लागत और राज्य की भौगोलिक परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए इसे वित्तीय संसाधन मुहैया कराए जाएं।
शर्मा ने कहा कि राज्य को तकरीबन हर वर्ष 'भीषण लू की स्थिति' का सामना करना पड़ता है, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों के निवासियों की आजीविका प्रभावित होती है। साथ ही, रेगिस्तानी टिड्डियों के कारण फसलों को क्षति पहुंचती है। इसको ध्यान में रखते हुए लू की स्थिति एवं रेगिस्तानी टिड्डियों के खतरे को प्राकृतिक आपदा माना जाए और इन्हें राष्ट्रीय आपदा मोचन निधि (एनडीआरएफ) में प्राकृतिक आपदा की परि में शामिल किया जाए।
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