जयपुर, 20 नवम्बर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति को लेकर तीन अधिकारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं और उनके 10 ठिकानों पर औचक तलाशी ली जा रही है। वहीं ब्यूरो ने एक पटवारी को 11 हजार रूपये की कथित रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि इन्टेलिजेन्स शाखा की उदयपुर व कोटा इकाई ने तीन अधिकारियों के विरूद्ध भ्रष्ट साधनों से आय से अधिक सम्पति अर्जित करने की सूचना मिलने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया।
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इस तरह का पहला मामला उदयपुर में अधीक्षण अभियंता एवीवीएनएल गिरीश कुमार जोशी के खिलाफ दर्ज किया गया है। उनके चार स्थानों पर विभिन्न टीमों द्वारा तलाशी ली जा रही है। जोशी द्वारा प्रथमदृष्टया आय के आनुपातिक रूप से आठ करोड़ से अधिक अवैध सम्पति अर्जित करने का अनुमान है।
इसी तरह बूंदी जिले में पंचायत समिति केशोरायपाटन के सहायक विकास अधिकारी चिरंजीलाल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर उसके चार ठिकानों पर टीमें तलाशी ले रही हैं। ब्यूरो के अनुसार प्रथमदृष्टया आरोपी चिरंजीलाल द्वारा 2.68 करोड की अवैध सम्पति अर्जित करने का अनुमान है।
तीसरा मामला रीको जयपुर में सीनियर डीजीएम (जो अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकारी है) सतीश कुमार गुप्ता के खिलाफ दर्ज किया गया। उनसे जुड़े दो स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। ब्यूरो के आकलन के अनुसार आरोपी गुप्ता ने 4.13 करोड़ की अवैध सम्पति अर्जित की है।
सोनी ने बताया कि एक अन्य मामले में एक पटवारी को रिश्चत लेते गिरफ्तार किया गया है। परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि सीमा ज्ञान व नामांतरण खोलने की एवज में चौमूं का पटवारी राजेन्द्र मीणा रिश्वत मांग रहा है। ब्यूरो की टीम ने आरोपी पटवारी राजेन्द्र मीणा को 11 हजार रूपये की कथित रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
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