देश की खबरें | उत्तराखंड में बारिश जारी, तीन लोगों की मौत, 10 लापता

देहरादून, 14 अगस्त उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश जारी रहने के बीच वर्षा संबंधी अलग-अलग घटनाओं में तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी जबकि 10 अन्य लोग लापता हो गए।

विभिन्न क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश और भूस्खलन के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई सड़के अवरुद्ध हो गयीं और चारधाम यात्रा दो दिन के लिए स्थगित कर दी गयी है।

लगातार बारिश के कारण गंगा सहित प्रदेश की छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं और बाढ़ जैसे हालात के चलते नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

रूद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिंचोली छानी शिविर में सोमवार तड़के भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से उसके मलबे की चपेट में आकर एक नेपाली मजदूर की मौत हो गयी तथा एक दुकानदार लापता हो गया।

रूद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि घटनास्थल पर स्थित चार दुकानें भूस्खलन के मलबे के नीचे दब गयीं जिसमें एक दुकानदार लापता हो गया।

उन्होंने बताया कि लापता दुकानदार की तलाश की जा रही है। रजवार ने बताया कि इसी घटना में एक नेपाली मजदूर कपिल बहादुर (27) की मौत हो गयी जिसका शव बरामद किया गया है ।

ऋषिकेश में शिव मंदिर के पास एक बरसाती नाले में बहने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी जिसकी पहचान दिनेश पंवार (35) के रूप में हुई है।

ऋषिकेश में ही मीरानगर नाले से एक अन्य व्यक्ति का शव बरामद हुआ है, लेकिन उसकी पहचान अभी नहीं हो पायी है। दोनों शव एम्स के शवगृह में रखे गए हैं।

ऋषिकेश के निकट ऋषिकेश बांध से नीलकंठ मार्ग पर एक रपटे पर एक कार के फिसलने से उसमें सवार एक महिला अपने दो किशोरवय बच्चों के साथ बह गयी। रविवार देर रात साढ़े 11 बजे मूसलाधार बारिश के दौरान हुई घटना के समय महिला रीना शर्मा के पति गोपाल पानी का बहाव देखने के लिए कार से उतर गए थे।

पुलिस ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम मौके पर खोजबीन में जुटी है। पौड़ी जिले के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में मोहनचटटी में एक रिर्जॉर्ट पर भूस्खलन होने से उसके मलबे में दबकर चार-पांच व्यक्ति लापता हो गए।

पौड़ी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं और लोगों को ढूंढ़ने का अभियान जारी है।

पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में उत्तरकाशी जिले के टिकोची गांव में अतिवृष्टि के कारण पहाड़ से आया मलबा कई मकानों में घुस गया।

उन्होंने बताया कि मलबे से आठ-दस मकान क्षतिग्रस्त हो गए तथा इसमें एक महिला भूमि देवी (55) भी लापता हो गयी।

चमोली जिले की जोशीमठ तहसील के पीपलकोटी में भूस्खलन होने से उसके मलबे में एक व्यक्ति के दबे होने की सूचना है।

कई स्थानों पर भूस्खलन में वाहनों के दबने की भी सूचना मिल रही है।

गंगा की प्रमुख सहायक नदी अलकनंदा, श्रीनगर और रूद्रप्रयाग में, मंदाकिनी नदी (गंगा की एक अन्य सहायक नदी)रूद्रप्रयाग में, गंगा नदी देवप्रयाग और मुनि की रेती तथा ऋषिकेश समेत हरिद्वार में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

इसके अलावा, पिंडर, बिरही, नंदाकिनी का प्रवाह भी उफान पर है जिससे बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं ।

उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, गंगा के बढ़े जलस्तर को लेकर हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी और देहरादून जिलों के जिलाधिकारियों को सूचित करते हुए उन्हें पर्याप्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं ।

देहरादून की सौंग नदी का जलस्तर भी अधिकतम बाढ़ स्तर से उपर पहुंच गया है जिसके मददेनजर प्रशासन को लोगों के बचाव के लिए उचित कदम उठाने को कहा गया है ।

सीमांत चमोली जिले के दशोली ब्लॉक के दर्जनों गांवों में हुई तेज बारिश ने भारी तबाही मचाई। किरूली गांव के कई मकानों में पानी घुस गया तथा बड़ी मात्रा में कृषि भूमि बह गयी। लोगों को जागकर रात गुजारनी पड़ी।

भारी बारिश के चलते बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर मलबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया है जिसके कारण पीपलकोटी से बदरीनाथ के बीच यातायात रोक दिया गया है।

जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने बताया कि अग्रिम आदेशों तक यातायात को रोक दिया गया है और भारी बारिश और भूस्खलन के मददेनजर वाहनों को जहां खड़े हैं, उसी स्थान पर रुकने को कहा गया है ।

ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर दोपहर साढ़े 12 बजे गंगा का जलस्तर 341.30 मीटर दर्ज किया गया जो 2013 में केदारनाथ आपदा के समय के जलस्तर के बराबर है। इसे देखते हुए पशुलोक स्थित बांध के सभी फाटक खोल दिए गए हैं।

अतिवृष्टि के कारण ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर, शीशम झाड़ी जैसे निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गयी और एसडीआरफ को नौकाओं के जरिये लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजना पड़ा ।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि के दृष्टिगत दो दिन के लिए चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गयी है।

यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, प्रदेश के उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा करने की अपील की ।

धामी ने इस दौरान अधिकारियों को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के मददेनजर अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों तथा वहां किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की।

उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में जहां भी नुकसान हो रहा है, प्रभावितों को मानकों के अनुसार मुआवजा राशि यथाशीघ्र मिल जाये।

उन्होंने अतिवृष्टि से प्रदेश में हुई क्षति का पूरा आकलन करने करने के लिए भी कहा है।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला प्रशासन एवं राहत-बचाव में लगे सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए।

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के छह जिलों-देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उधमसिंह नगर, नैनीताल और चंपावत में सोमवार के लिए बारिश का रेड अलर्ट तथा हरिद्वार में ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है ।

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