अहमदाबाद, 29 मई अपने चहेते ‘थाला ’(तमिल में बड़ा भाई) को एक आखिरी बार पीली जर्सी में देखने चेन्नई, बेंगलुरू, कोच्चि, दिल्ली, चंडीगढ, मुंबई और इंदौर से आये प्रशंसकों का यात्रा का पूरा कार्यक्रम बारिश ने चौपट कर दिया और कइयों को तो आईपीएल फाइनल देखे बिना ही लौटना पड़ा. बारिश के कारण चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटंस के बीच फाइनल रविवार को नहीं हो सका जो सोमवार को रिजर्व दिन पर होगा. दर्शकों को रविवार के टिकट पर ही मैदान में प्रवेश की अनुमति है लेकिन कइयों ने सोमवार को ही होटलों से चेकआउट कर लिया था और दूसरा होटल बुक भी नहीं किया. उन्हें अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर ही रात बितानी पड़ी जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भरी पड़ी है.
वीडियो देखें:
MS Dhoni and CSK's fans at Narendra Modi stadium - This is Amazing. pic.twitter.com/6pBWv1lV9M
— CricketMAN2 (@ImTanujSingh) May 29, 2023
वहीं कइयों को काम की वजह से फाइनल देखे बिना लौटना पड़ा. इंदौर से आये व्यवसायी विकास केडिया भी उनमें से एक हैं जो अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ खुद कार चलाकर यहां पहुंचे थे. केडिया के दस वर्ष के बेटे को धोनी को देखने की इच्छा थी और यही वजह है कि उन्होंने टीम डगआउट के पास वाली सीट बुक की थी. मैच तो हुआ नहीं और लगातार बारिश के कारण वे मैदान में कवर ही तलाशते रह गए.
उन्होंने कहा ,‘‘ बारिश शुरू होते ही कवर मिलना मुश्किल हो गया. इतनी भीड़ में बच्चों के साथ यह सुरक्षित भी नहीं था । नेटवर्क नहीं आ रहा था और भीड़ में हम बच्चों से बिछड़ सकते थे.’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा बड़ा बेटा तो कार में बैठते ही रोने लगा क्योंकि वह धोनी को नहीं देख सका.’’
वडोदरा से आये डॉक्टर नीरव चावड़ा ने हालांकि एक दिन और रूकने का फैसला किया. उन्होंने कहा ,‘‘ मैं क्वालीफायर से एक दिन पहले ही यहां आ गया था और घंटो कतार में लगने के बाद फाइनल की टिकट मिल गई । लेकिन मिला जुला अनुभव रहा. स्टेडियम से बाहर निकलना ही मुश्किल था । हमारी कार कीचड़ में धंस गई और हमें उसे निकालने में काफी मुश्किल हुई.’’
चेन्नई से आये सुनील लाहोटी और उनके दोस्त रविवार की शाम को अहमदाबाद पहुंचे और 8.30 तक स्टेडियम में पहुंच गए लेकिन मूसलाधार बारिश में भीगते रहे.
उन्होंने कहा ,‘‘ हमने वापसी की टिकट रद्द करा दी. अब हम मुंबई होकर चेन्नई लौटेंगे.’’
उत्तराखंड से आई डॉक्टर अभिलाषा नेगी को सोमवार को लौटना था लेकिन अब वह मंगलवार की सुबह की टिकट करायेंगे ताकि सरकारी मेडिकल कॉलेज में काम पर लौट सके.
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे बीजे मेडिकल कॉलेज में रहने की जगह मिल गई क्योंकि मैं वहां की छात्रा रही हूं. मुझे आज की फ्लाइट से लौटना था लेकिन अब कल जाउंगी. अब मुझे हवाई अड्डे से सीधे अस्पताल जाना होगा.’’
स्टेडियम के अपने अनुभव के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ यह मेरे जीवन का सबसे खराब दिन था । पहले तो आधा घंटा बारिश में भीगती रही क्योंकि लोग आगे ही नहीं बढ रहे थे. कुछ लोग गंदे पानी में फिसलकर गिर गए जिनमें एक वृद्ध महिला भी थी.’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)