देश की खबरें | दिल्ली में बारिश का दौर आज भी जारी

नयी दिल्ली, 23 सितंबर राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में शुक्रवार को सुबह भी बारिश जारी रही। पिछले दो दिन से लगातार हो रही हल्की व मध्यम बारिश से शहर में कई जगह पर जलजमाव होने के कारण यातायात प्रभावित हुआ है।

मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को और बारिश होने का अनुमान लगाया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान के 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

आईएमडी ने ‘येलो अलर्ट’ जारी करते हुए शहर में कुछ जगह मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जतायी है।

आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम केंद्र ने सुबह करीब आठ बजे ट्वीट किया, ‘‘दक्षिण दिल्ली, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली, एनसीआर (हिंडन वायुसैनिक अड्डा, गाजियाबाद, इंदिरापुरम, छपरौला, नोएडा, दादरी, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मानेसर, बल्लभगढ़) यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कोटपुतली, अलवर (राजस्थान) में अगले दो घंटे में कई स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदा-बांदी होगी।’’

सफदरजंग वेधशाला में बृहस्पतिवार को शाम साढ़े पांच बजे से शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे के बीच 40.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। लोधी रोड, रिज़ और आयानगर के मौसम केंद्रों में इस दौरान क्रमशः 44 मिमी, 24.6 मिमी और 60 मिमी बारिश दर्ज की गई।

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र, जफरपुर, नजफगढ़, पूसा और मयूर विहार में क्रमशः एक मिमी, 1.5 मिमी, एक मिमी, 26.5 मिमी और 49.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।

बारिश होने के बाद लोगों को उमस भरे मौसम से राहत मिली है।

वहीं, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) से मानसून की वापसी से ठीक पहले बरसात के नए दौर ने अभी तक दर्ज बारिश की कमी को काफी हद तक दूर किया है, जिससे वायु गुणवत्ता के बेहतर होने और तापमान के नियंत्रित रहने की उम्मीद है।

आईएमडी ने मंगलवार को कहा था कि दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे कच्छ के हिस्सों से दक्षिण पश्चिमी मानसून वापस लौट गया है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी अपने सामान्य समय 17 सितंबर से तीन दिन बाद हुई।

आमतौर पर, पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी के बाद दिल्ली से मानसून के लौटने में करीब एक सप्ताह का समय लगता है।

मौसम विज्ञान विभाग पांच दिन तक बारिश न होने, क्षेत्र में प्रति चक्रवात के बनने और पूरी तरह शुष्क मौसम होने पर दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की घोषणा करता है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)