मुंबई, चार अप्रैल महाराष्ट्र में नासिक के नजदीक लोकमान्य तिलक टर्मिनस-जयनगर पवन एक्सप्रेस के कुछ डिब्बों के पटरी से उतरने के बाद क्षतिग्रस्त रेल मार्ग ठीक कर लिया गया है और 23 घंटे से भी अधिक समय बाद सोमवार दोपहर को सेवाएं बहाल हो गयी हैं। मध्य रेलवे (सीआर) ने यह जानकारी दी।
मध्य रेलवे को पटरियों के बुरी तरह प्रभावित 300 मीटर के खंड से पटरी से उतरी बोगियों को हटाने के लिए 23 घंटे से भी अधिक का वक्त लगा।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में नासिक के नजदीक लहाविट और देवलाली स्टेशन के बीच रविवार को दोपहर करीब तीन बजकर 10 मिनट पर लोकमान्य तिलक टर्मिनस- जयनगर एक्सप्रेस (पवन एक्सप्रेस) ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में तीन लोग घायल हो गए थे।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा, ‘‘प्रभावित मार्ग को सुरक्षित घोषित कर दिया गया है और घटनास्थल से मरम्मत के काम में लगे वाहन हटा दिए गए हैं। लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस (11055) ठीक किए गए रेल मार्ग से गुजरने वाली पहली ट्रेन थी।’’
इससे पहले सुतार ने बताया था कि क्षतिग्रस्त मार्ग की तेजी से मरम्मत करने के लिए घटनास्थल पर चार जेसीबी मशीनें और 500 कर्मियों को तैनात किया गया। क्षतिग्रस्त रेल मार्ग पर समानांतर दिशाओं में ट्रेन की आवाजाही शुरू हो गई है।
मध्य रेलवे के अनुसार, लखनऊ जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस के बाद मुंबई से नासिक हो कर गुजरने वाली सभी ट्रेनों को उनके नियमित मार्ग पर चलाया जा रहा है और सोमवार सुबह से उनके मार्ग में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
मध्य रेलवे ने पटरी से उतरी 12 बोगियों में से दो को फिर से ट्रेन से जोड़ दिया है जबकि बाकी की 10 बोगियों को हटा दिया गया है। इनमें से आठ बोगियों को यात्रियों के साथ नासिक ले जाया गया। इन बोगियों को नुकसान नहीं पहुंचा था।
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