ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी क्वांतस को कोर्ट से झटका लगा है. कोविड-19 महामारी के दौरान कंपनी ने 1,700 कर्मचारियों को निकाला. अदालत ने इस निकासी को गैरकानूनी करार दिया है.2020 में कोविड महामारी के दौरान क्वांतस ने ऑस्ट्रेलिया के 10 एयरपोर्टों पर कर्मचारियों की छंटनी की. कंपनी ने 1,700 लोगों को नौकरी से निकाल दिया. निकाले गए लोगों में बैगेज हैंडलर, क्लीनर और ग्राउंड स्टाफ के कर्मचारी शामिल थे. बाद में कंपनी ने इनमें से कई नौकरियां आउटसोर्स कर दी.
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कंपनी के इस फैसले के खिलाफ ट्रांसपोर्टर वर्कर्स यूनियन अदालत गई. दो साल लंबी कानूनी लड़ाई के बाद फेडरल कोर्ट ने क्वांतस के फैसले को गैरकानूनी करार दिया. इसके बाद क्वांतस ने फेडरल कोर्ट के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील की. बुधवार को हाई कोर्ट के सात जजों ने एक स्वर में क्वांतस की अपील खारिज कर दी. फेडरल कोर्ट, पहले ही क्वांतस को निकाले गए कर्मचारियों की बहाली का आदेश दे चुका है.
क्वांतस के सामने माफी और मुआवजा
ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव माइकल कैन के मुताबिक क्वांतस, ऑस्ट्रेलिया के कॉरपोरेट इतिहास में सबसे बड़े पैमाने पर गैरकानूनी छंटनी की दोषी है. 120 से ज्यादा विमानों के बेड़े वाली कंपनी के सामने अब भारी जुर्माने और मुआवजे की प्रक्रिया है.
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अदालती आदेशों के कारण क्वांतस के एलन जॉयस को चीफ एग्जिक्यूटिव पद से जल्द रिटायर होने पर मजबूर होना पड़ा. जॉयस तयशुदा तारीख से दो महीने पहले ही सेवानिवृत्त हो गए. माइकल कैन ने नई चीफ एग्जिक्यूटिव वनेसा हडसन से पूर्व कर्मचारियों से माफी मांगने और उन्हें मुआवजा देने की मांग की है.
क्वांतस ने बयान जारी कर अदालत के फैसले को स्वीकार करने की बात कही है. बयान में कहा गया है कि, "महामारी और सीमाओं के बंद रहने के दौरान कंपनी ने खुद को बचाने के लिए बिजनेस को रिस्ट्रक्चर किया और नौकरियां आउटसोर्स की." कंपनी के मुताबिक जिस वक्त ये फैसले किए गए उस समय लॉकडाउन लगा था और कोविड-19 के लिए वैक्सीन भी नहीं बनी थी. दुनिया की सबसे पुरानी एयरलाइन कंपनियों में शामिल क्वांतस ने अपने बयान में आउटसोर्सिंग के फैसले से आहत हुए लोगों से माफी भी मांगी है.
राजनीति के केंद्र में क्वांतस
क्वांतस मामले में ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा सेंटर लेफ्ट पार्टी की सरकार ने पिछली सरकार की आलोचना की है. सरकार के मुताबिक क्वांतस की गैरकानूनी छंटाई को कंजर्वेटिव सरकार का समर्थन था. एयरलाइन के फैसले को तब व्यावसायिक निर्णय बताकर सही ठहराया जा रहा था.
ऑस्ट्रेलिया के इंप्लॉयमेंट एंड वर्कप्लेस रिलेशंस मंत्री टोनी बर्के ने क्वांतस पर निकाले गए कर्मचारियों के साथ "बेहद बुरा बर्ताव" करने का आरोप लगाया है. बर्के ने संसद में कहा, "जिन कर्मचारियों को गैरकानूनी तरीके से निकाला गया, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आपने कुछ भी गलत नहीं किया है. कानून क्वांतस ने तोड़ा है. और उस समय की सरकार ने आपको फंसी हुई स्थिति में छोड़ दिया."
सिडनी के मुख्यालय से चलने वाली क्वांतस ने 30 जून को खत्म हुए वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड मुनाफा कमाया. टैक्स कटने से पहले कंपनी का लाभ 1.6 अरब डॉलर रहा. इससे पहले साल में कंपनी को 1.2 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था.
ओएसजे/एनआर (एपी)