अमृतसर/लुधियाना/होशियारपुर, 20 नवंबर पंजाब में कई किसान संगठनों ने पराली जलाने के आरोप में किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग करते हुए सोमवार को कई स्थानों पर उपायुक्तों एवं एसडीएम कार्यालयों के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया।
धान की पराली के निस्तारण का दीर्घकालिक समाधान की मांग करते हुये प्रदर्शनकारी किसान उपायुक्त एवं एसडीएम कार्यालयों में पराली से भरी ट्रॉलियां लेकर आए।
चार घंटे के विरोध का आह्वान संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और 18 अन्य किसान निकायों द्वारा किया गया था।
आंदोलनकारी किसानों ने प्राथमिकी दर्ज करने और फसल अवशेष जलाने के लिये किसानों पर लगाए गए जुर्माने को वापस लेने समेत कानूनी कार्यवाही वापस लेने की मांग की।
उन्होंने गन्ने की दरों में वृद्धि और भारतमाला परियोजनाओं के तहत भूमि अधिग्रहण के लिए उचित मुआवजे की भी मांग की।
मोगा में ट्रैक्टर ट्रॉलियों में पराली ला रहे किसानों के एक समूह ने कहा कि उन्हें धरना देने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया। किसानों में से एक ने पुलिस वाहन के सामने भी झूठ बोला और मांग की कि उन्हें डीसी परिसर में जाने की अनुमति दी जाए।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में किसान संगठनों ने यह प्रदर्शन किया ।
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