देहरादून, 25 जुलाई उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने आरोप लगाया है कि मंगलवार को दिल्ली हवाईअड्डे पर देहरादून की उड़ान पकड़ने के लिए उन्हें प्रोटोकॉल अधिकारी की मदद नहीं मिली।
रावत ने दावा किया कि राज्य के प्रोटोकॉल अधिकारी ने इस संबंध में कोई आदेश न होने का हवाला देते हुए मदद से इनकार कर दिया । हालांकि, उसके बाद उन्होंने हवाई अड्डे पर मौजूद केंद्रीय बलों से मदद लेकर उड़ान पकड़ी ।
सोशल मीडिया पर इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे पर राज्यों के प्रोटोकॉल अधिकारी अपने पूर्व मुख्यमंत्रियों तथा पूर्व मंत्रियों तक की मदद करते हैं ।
उन्होंने बताया कि दिल्ली से उड़ान पकड़ने से पहले आखिरी वक्त में उनके पास कुछ लोग मिलने के लिए आ गए जिसके कारण उन्हें देर हो गयी और उन्हें प्रोटोकॉल अधिकारी की मदद की जरूरत पड़ी थी ।
रावत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें कभी किसी सुविधा की आकांक्षा नहीं रही लेकिन जब वह यातायात जाम में फंस जाते हैं तो उन्हें ‘एस्कार्ट’ की याद आती है ।
उन्होंने कहा, “सारे पूर्व मुख्यमंत्रियों को, भाजपा के सारे नेताओं को विशेष ‘एस्कार्ट’ दी गयी है लेकिन मुझे बहुत आवश्यक होने की स्थिति में भी ‘एस्कार्ट’ की सुविधा नहीं दी जाती।”
इस संबंध में पूछे जाने पर प्रदेश भाजपा महासचिव सुरेश जोशी ने कहा कि उनकी मदद करने वाले केंद्रीय बल भी तो सरकार के ही है ।
उन्होंने कहा, “रावत जी एक बड़े नेता हैं जो प्रदेश और देश की सारी व्यवस्था के बारे में भली भांति जानते हैं ।”
जोशी ने कहा कि हो सकता है कि प्रोटोकॉल अधिकारी उस समय हवाई अड्डे पर न मौजूद हो, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि उन्हें केंद्रीय बलों की मदद मिल गयी और उन्होंने उड़ान पकड़ ली।
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