वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने तख्तापलट के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों का प्रत्यक्ष जिक्र नहीं किया, लेकिन उन्होंने देश की राजधानी नेपीता के परेड मैदान में हजारों जवानों के समक्ष दिए भाषण में ‘‘ राज्य की शांति एवं सामाजिक सुरक्षा के लिए हानिकारक हो सकने वाले आतंकवाद’’ का जिक्र किया और इसे अस्वीकार्य बताया।
इस बीच, म्यांमा में प्रदर्शनकारियों ने एक फरवरी को हुए तख्तापलट के विरोध में सरकारी छुट्टी के दिन फिर से प्रदर्शन किए। कई स्थानों पर सुरक्षा बलों ने बलप्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर किया।
सोशल मीडिया पर रिपोर्टों में कहा गया है कि शनिवार सुबह कई प्रदर्शनकारियों को गोलियां मारी गईं, जिनसे उनकी मौत हो गई, लेकिन इस रिपोर्ट की तत्काल पुष्टि नहीं हुई है।
म्यांमा में लोगों की मौत एवं गिरफ्तारियों संबंधी आंकड़े जुटाने वाले ‘असिस्टेंट एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स’ ने बताया कि म्यांमा में तख्तापलट के बाद मारे गए प्रदर्शनकारियों की पुष्ट संख्या बढ़कर 328 हो गई है।
उसने कहा कि यह केवल पुष्ट मामलों की संख्या है और असल मृतक संख्या इससे ‘‘कहीं अधिक हो सकती’’ है।
ह्लाइंग ने टीवी पर प्रसारित भाषण में फिर से आरोप लगाया कि सू ची की निर्वाचित सरकार पिछले चुनाव में हुईं अनियमितताओं की जांच करने में नाकाम रही। उन्होंने दोहराया कि उनकी सरकार ‘‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष’’ चुनाव कराएगी और इसके बाद सत्ता का हस्तांतरण करेगी। उन्होंने इस संबंध में विस्तार से जानकारी नहीं दी।
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