अहमदाबाद, दो अक्टूबर गुजरात में विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा से पहले प्रचार तेज हो गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जैसे प्रमुख नेता राज्य का दौरा कर रहे हैं।
गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए चुनाव महत्वपूर्ण हैं, जिसका उद्देश्य मोदी के गृह राज्य में सत्ता बरकरार रखना है, जबकि कांग्रेस 27 साल तक सत्ता से बाहर रहने के बाद महत्वपूर्ण राज्य में जीत की उम्मीद कर रही है।
आम आदमी पार्टी (आप) के लिए दो महीने में होने वाले चुनाव एक अखिल भारतीय पार्टी के रूप में उभरने का एक अवसर होगा। राज्य में भाजपा, कांग्रेस और आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।
विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं के लगातार दौरे हो रहे हैं और राजनीतिक अपनी रणनीतियां मजबूत कर रही हैं। गुजरात के शहरों और गांवों की सड़कें राजनीतिक दलों के विज्ञापन बैनर से अटी पड़ी हैं।
राजनीतिक विश्लेषक हरि देसाई ने कहा, ‘‘राजनीतिक दलों ने चुनावों के लिए जोरदार प्रचार शुरू कर दिया है, जिसकी तारीख की घोषणा इस महीने किसी भी समय की जा सकती है।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले सप्ताह दो दिनों के लिए गुजरात में थे और उन्होंने स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों के साथ चुनावी रणनीति पर चर्चा की। वह पार्टी की रणनीति को दुरुस्त करने के लिए उनके साथ और बैठकें करेंगे।
मोदी इस सप्ताह दो दिनों के लिए गुजरात के दौरे पर थे और उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों जैसे सूरत, भावनगर, अहमदाबाद और अंबाजी में 27,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया। उन्होंने अहमदाबाद के लिए मेट्रो ट्रेन सेवाओं का भी उद्घाटन किया और गांधीनगर से मुंबई के लिए भारत की तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाई।
आप नेता अरविंद केजरीवाल और पार्टी के नेता एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान गुजरात में हैं। वे राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हैं। आप के नेता मनीष सिसोदिया और राघव चड्ढा भी गुजरात में हैं।
कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रघु शर्मा राज्य में प्रचार कर रहे हैं, जबकि पार्टी के राष्ट्रीय नेता ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हो रहे हैं।
चुनावी रणनीति पर चर्चा करने के अलावा, पार्टियां चुनाव की तारीख की घोषणा से पहले उम्मीदवारों के चयन पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं। आप ने जहां राज्य की 182 विधानसभा सीट में से 20 पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, वहीं कांग्रेस ने राज्य में उम्मीदवारों के चयन के लिए समितियां बनायी हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि पार्टी का प्रचार जोरों पर है और उम्मीदवारों की घोषणा जल्द की जाएगी। आप राज्य में भाजपा का मुकाबला करने के लिए अपने जमीनी संगठन को मजबूत करने में जुटी है।
केजरीवाल ने अपनी पार्टी के प्रचार अभियान को प्रति माह 300 यूनिट मुफ्त बिजली, सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, बेरोजगारी भत्ता, महिलाओं को 1,000 रुपये भत्ता और नये वकीलों को मासिक मानदेय जैसी कई रियायतों पर केंद्रित किया है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पिछले सप्ताह राज्य का दौरा किया था और राज्य के अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। उन्होंने चुनाव कराने के लिए राज्य प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की। राजनीतिक दल भी मुख्यधारा और सोशल मीडिया में व्यापक विज्ञापन अभियान चला रहे हैं।
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