नयी दिल्ली, 24 नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 नवंबर को संविधान दिवस पर संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित समारोह को संबोधित करने के अलावा इस अवसर पर आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में बुधवार को यह जानकारी दी गई।
ज्ञात हो कि संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है क्योंकि 1949 में इसी दिन संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था। संविधान दिवस की शुरुआत 2015 से की गई थी। भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था।
पीएमओ ने कहा, ‘‘इस वर्ष संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद और विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।’’
इनके अलावा प्रधानमंत्री उच्चतम न्यायालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय संविधान दिवस समारोहों का उद्घाटन भी करेंगे।
पीएमओ के मुताबिक संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत 11 बजे होगी, जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला संबोधित करेंगे।
राष्ट्रपति के संबोधन के बाद संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जाएगा।
इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद संविधान सभा की चर्चाओं का डिजिटल प्रारूप, भारतीय संविधान की हस्तलिखित प्रति का डिजिटल प्रारूप और आज तक हुए सभी संशोधन को समाहित करते भारतीय संविधान के अद्यतनीकृत प्रारूप को जारी करेंगे।
राष्ट्रपति इस अवसर पर संवैधानिक लोकतंत्र विषय पर आयोजित एक ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता की भी शुरुआत करेंगे।
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री शाम 5.30 बजे उच्चतम न्यायालय की ओर से विज्ञान भवन में आयोजित दो दिवसीय संविधान दिवस समारोहों का उद्घाटन करेंगे।
इस अवसर पर उच्चतम न्यायालय के सभी न्यायाधीश, सभी उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश, वरिष्ठतम अवर न्यायाधीश, सॉलिसिटर जनरल और कानून व विधि जगत के अन्य सदस्य भी मौजूद रहेंगे।
इस समारोह को प्रधानमंत्री संबोधित भी करेंगे।
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